Adultration In Watermelon: गर्मी के सीजन में शरीर को राहत देने वाला फल तरबूज होता है। मीठा और शीतल गुणों वाला यह फल हर आम और खास को पसंद आता है। तरबूज में काफी मात्रा में पानी होता है। इसे खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती। ऐसे में इसके सेवन से शरीर में डिहाइड्रेशन भी नहीं होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दिनों बाजार में केमिकल वाले तरबूज आ रहे हैं। ये केमिकल हमारे शरीर में बड़ी और घातक बीमारियों की वजह बन सकती है।
इस खबर में हम आपको बताते हैं कि केमिकल वाले तरबूज को आप कैसे पहचान सकते हो। फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड ऑफ इंडिया (FSSAI) ने एक वीडियो जारी कर असली तरबूज को पहचाने का तरीका बताया है।
नकली तरबूज की पहचान
1. कपड़े को रगड़े- केमिकल या मिलवाटी तरबूज की पहचान करने का सबसे पहले और अच्छे तरीके में कपड़े का उपयोग होता है। इसमें तरबूज के एक टुकड़े को आप काट लीजिए। अब कॉटन के सूखे कपड़े को तरबूज पर रगड़ें और देखें कि कपड़े का रंग तो नहीं बदल रहा। कपड़ा यदि लाल रंग को हो जाए तो समझ लीजिए तरबूज में केमिकल मिला हुआ है।
2. पानी में डाले एक टुकड़ा
असली तरबूज की पहचान करने का यह दूसरा तरीका है। इसमें तरबूज का एक टुकड़ा काटकर पानी में डाल दें। अब पानी के रंग को देखिए। अगर पानी का रंग लाल हो जाए तो तरबूज केमिकल से पका हुआ है।
3. नकली का स्वाद
कई बार तरबूज खाने पर उसका स्वाद अलग लगता है। ऐसे तरबूज अक्सर दिखने में तो लाल होते हैं, लेकिन खाने में इसका स्वाद बहुत कम मीठा होता है।
केमिकल वाला तरबूज खतरे का घर
तरबूज को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग किया जाता है। भारत सरकार ने इस केमिकल पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके बावजूद इसका उपयोग फलों को पकाने में किया जा रहा है। इस केमिकल के उपयोग से किडनी और लिवर प्रभावित हो सकते हैं। इससे कैंसर जैसा जानलेवा रोग भी हो सकता है।