28 Sep 2024
सनातन धर्म में अघोरी, साधु और संत बनने के लिए कुछ चीजों का त्याग करना पड़ता है। तभी अध्यात्म और मोक्ष की ओर कदम बढ़ाते हैं।
अघोरी को सबसे पहले अपना घर-परिवार छोड़ना पड़ता है। जिसे संन्यास का नाम दिया गया है।
अघोरी को दूसरा त्याग वस्त्रों का करना पड़ता है।
अघोरी को तीसरा त्याग पके हुए भोजन का करना पड़ता है।
चौथा त्याग कठिन है। बता दें कि एक समय ऐसा आता है कि अघोरी अपने मन से सांस लेने और छोड़ने से लेकर बिना सांस के भी जीना सीख जाते हैं।
पांचवा त्याग सबसे कठिन है। इसमें अघोरी अपना शरीर भी छोड़ देते हैं। तब जाकर अंतिम चरण में पहुंचते हैं।