03 Oct 2024
झंडेवालान मंदिर: दिल्ली का यह प्राचीन मंदिर झंडेवालान रोड पर स्थित है। नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की बड़ी संख्या आती है। मान्यता है कि इस मंदिर में मांगी गई दिल से हर मनोकमाना पूरी हो जाती है।
कालकाजी मंदिर: देवी दुर्गा के काली अवतार को समर्पित है और इसका निर्माण 1764 में हुआ था। नवरात्रि में यह स्थान विशेष रूप से भव्य सजावट के साथ भक्तों से भरा रहता है।
छतरपुर मंदिर: यह मंदिर देवी कात्यायनी को समर्पित है और भारत का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर परिसर है। नवरात्रि के समय यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है, खासकर मुख्य मंदिर में।
गुफा मंदिर: प्रीत विहार में स्थित यह मंदिर माता वैष्णो देवी को समर्पित है। इसकी गुफा भक्तों को वैष्णो देवी मंदिर का एहसास कराती है। यहां देवी कात्यायनी, चिंतपूर्णी और ज्वाला देवी की मूर्तियां भी हैं।
योगमाया मंदिर: महरौली में स्थित योगमाया मंदिर देवी योगमाया को समर्पित है। इसे महाभारत काल के बचे हुए पांच मंदिरों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि जो लोग दर्शन करने आते हैं उनकी मुराद पूरी हो जाती है।
इन मंदिरों में नवरात्रि के नौ दिन विशेष पूजा और उत्सवों के साथ मनाए जाते हैं। हर भक्त की मनोकामना यहां आने से पूरी होती है, और यही कारण है कि इन मंदिरों की खास पहचान है।