नीरज चोपड़ा कैसे बने गोल्डन ब्वॉय, जानें इसके पीछे की कहानी...

08 Aug 2024

पेरिस ओलंपिक 2024 में पूरे देश को नीरज चोपड़ा से काफी उम्मीदें हैं, क्योंकि टोक्यों ओलंपिक में उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था।

नीरज चोपड़ा टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले प्रथम भारतीय हैं, अब पूरे देश को पेरिस ओलंपिक में भी इनसे मेडल की उम्मीदें हैं।

लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है कि आखिर नीरज चोपड़ा की कहानी क्या है। आइए बताते हैं।

24 दिसंबर 1997 नीरज चोपड़ा का जन्म हरियाणा के पानीपत के खंडरा गांव में हुआ था। उनकी कहानी बिल्कुल फिल्म की तरह है।

ये किसान परिवार से आते हैं, इनकी दो बहने हैं। बता दें कि नीरज महज 12 वर्ष की उम्र में 85 Kg था, जिसको लेकर वह काफी परेशान रहते थे।

परिवार की बढ़ती चींता को देखते हुए नीरज के चाचा नीरज को पानीपत के शिवाजी स्टेडियम लेकर गए। वहां पर उन्हें जैवलिन थ्रो के बारे में पता चला।

उसके बाद नीरज ने पहली बार 25 मीटर भाला फेंका, जिसे देखकर सभी लोग हैरान रह गए। तब U20 चैंपियनशिप-2016 में भाग लिया।

इस चैंपियनशिप में नीरज ने गोल्ड जीता साथ ही CWG और एशियन गेम्स में भी नीरज कई पदक जीते थे।

इनके प्रदर्शन को देखते हुए इंडियन आर्मी काफी प्रभावित हुए और इन्हें नयाब सूबेदार का रैंक दिया गया।