Plane Detained in France Latest Updates: मानव तस्करी के संदेह में पेरिस में रोके गए 303 भारतीय यात्रियों वाले विमान को रवानगी की मंजूरी मिल गई है। मंजूरी फ्रांसीसी अदालत के चार जजों ने यात्रियों का बयान दर्ज करने के बाद दी है। सोमवार को विमान टेक ऑफ करेगा। हालांकि यह नहीं बताया गया कि विमान कहां जाएगा। 

घटना से जुड़ी 10 बड़ी बातें

  • गुरुवार को एयरबस A340 ने दुबई से उड़ान भरी थी। विमान निकारगुआ जा रहा था।  विमान में 303 यात्री थे, जिनमें ज्यादातर भारतीय और 11 नाबालिग हैं। फ्यूल भरवाने के लिए विमान फ्रांस के छोटे एयरपोर्ट वाट्री पर रुका था। तभी पुलिस को खबर मिली कि विमान में सफर कर रहे भारतीय मानव तस्करी का शिकार बनने जा रहे हैं। इसके बाद पुलिस पहुंची और विमान को रोक लिया। 
     
  • पुलिस ने यात्रियों से दो दिनों तक पूछताछ करने के बाद विमान को फ्रांस छोड़ने की अनुमति दी। कहा कि विमान के टेक ऑफ करने के लिए पूर्ण मंजूरी आज मिलने की उम्मीद है। हालांकि विमान का डेस्टिनेशन क्लीयर नहीं है। 
     
  • स्थानीय बार एसोसिएशन के प्रमुख फ्रेंकोइस प्रोक्यूरर ने कहा कि यात्रियों को भारत भेजा जाएगा। हालांकि भारतीय अधिकारियों की ओर से इसकी पुष्टि करने वाला कोई बयान नहीं आया है।
     
  • फ्रांसीसी अदालतों को देश में आगमन पर विदेशी नागरिकों की हिरासत को बढ़ाने का अधिकार है। एक न्यायाधीश उनकी हिरासत को एक बार में आठ दिनों के लिए और असाधारण मामले में कुल 26 दिनों तक बढ़ा सकता है।
     
  • समाचार एजेंसी एएफपी ने पूछताछ के बारे में जानकारी रखने वाले एक सूत्र के हवाले से खबर दी है कि भारतीय संयुक्त अरब अमीरात में कामगार थे, जो अमेरिका या कनाडा जाने के लिए निकारागुआ जा रहे थे।
     
  • वाट्री पेरिस से लगभग 150 किमी दूर है। यह एयरपोर्ट ज्यादातर बजट एयरलाइनों को सेवा प्रदान करता है। ग्राउंडेड एयरबस A340 लीजेंड एयरलाइंस नामक रोमानियाई चार्टर कंपनी का है।
     
  • पेरिस अभियोजक ने कहा कि यह कार्रवाई एक गुमनाम सूचना के बाद हुई कि विमान में सवार कुछ यात्री मानव तस्करी के शिकार थे। स्पेशल यूनिट ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की। 
     
  • फ्रांस में भारतीय दूतावास ने कांसुलर पहुंच हासिल की। वह भारतीय यात्रियों के कल्याण के लिए फ्रांस सरकार के साथ काम कर रही है।
     
  • एक अधिकारी ने कहा कि फंसे हुए यात्रियों के लिए वाट्री एयरपोर्ट पर भोजन के अलावा अस्थायी बिस्तर और शौचालय और शॉवर का इंतजाम किया गया। 10 भारतीय यात्रियों ने शरण के लिए आवेदन भी किया था। लेकिन उनके आवेदन पर क्या हुआ, इसकी जानकारी नहीं मिली है। 
     
  • एक वकील ने दावा किया कि वह लीजेंड एयरलाइंस का प्रतिनिधित्व करती हैं। उनका मानना ​​है कि कंपनी ने कुछ भी गलत नहीं किया है। अगर आरोप दायर किए गए तो एयरलाइन कानूनी कार्रवाई करेगी।