Earthquake in Taiwan: ताइवान की राजधानी ताइपे में बुधवार सुबह जोरदार भूकंप आया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.4 मापी गई है। यह भूकंप इतना शक्तिशाली था कि कई घर और गगनचुंबी इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढेर हो गईं। समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। ताइवान के फायर डिपार्टमेंट ने बताया कि भूकंप के बाद 4 लोगों की मौत हो गई है और 60 से अधिक घायल हो गए हैं। भूकंप से ताइवान के अलावा जापान, फिलिपींस और चीन भी प्रभावित हुए हैं। दक्षिणी जापान के कुछ हिस्सों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है।
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, भूकंप का सेंटर ताइवान के हुलिएन शहर से 18 किलोमीटर (11 मील) दक्षिण में 34.8 किलोमीटर की गहराई पर था। जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने भूकंप की तीव्रता 7.5 बताई है।
तीन मीटर ऊंची लहरें उठने की चेतावनी
एजेंसी ने कहा कि मियाकोजिमा द्वीप सहित क्षेत्र के सुदूर जापानी द्वीपों में तत्काल तीन मीटर (10 फीट) ऊंची सुनामी लहरें उठने की आशंका है। ताइवान के हुआलियन से भूकंप की कई तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं। जिनमें इमारतों को ढहते हुए देखा जा सकता है।
सबसे ज्यादा ताइवान में तबाही
भूकंप से सबसे ज्यादा तबाही ताइवान में हुई है। देशभर में ट्रेन सेवाएं ठप कर दी गई हैं। कई शहरों में बिजली की सप्लाई बाधित हो गई है। हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना अभी नहीं आई है। इमारतों में तमाम लोग फंसे हैं। जिन्हें राहत बचाव एजेंसियों द्वारा बाहर निकाला जा रहा है।
जापान की नेशनल मीडिया एनएचके ने भूकंप के बाद तत्काल लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने की अपील की है। एक एंकर ने कहा कि सुनामी आ रही है। कृपया तुरंत अपना-अपना घर खाली कर दें। मत रुको। वापस मत जाओ।
ताइवान में क्यों आते हैं भूकंप?
ताइवान में अक्सर भूकंप आते रहते हैं। कारण यह द्वीप दो टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन के पास स्थित है। सितंबर 1999 में ताइवान में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था। जिसमें 2400 लोगों की जान गई थी। यह ताइवान के सबसे घातक भूकंप में से एक था।
जापान में हर साल आते हैं 1500 भूकंप
वहीं, जापान में हर साल लगभग 1,500 झटके महसूस होते हैं। अधिकांश भूकंप हल्के होते हैं। जापान का अब तक का सबसे बड़ा भूकंप मार्च 2011 में आया था। तब इसकी तीव्रता 9.0 तीव्रता थी। जिसके कारण सुनामी आई और लगभग 18,500 लोग मारे गए या लापता हो गए।
उस वक्त फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में तीन रिएक्टरों को भी पिघला दिया था। वहीं, 2024 में नए साल के पहले दिन 7.5 तीव्रता का भूकंप आया। इसमें 230 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
किस रिक्टर स्केल पर आती है तबाही?