Russia Ukraine War: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के साथ युद्ध विराम और संघर्ष को सुलझाने के लिए किए गए प्रयासों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य वैश्विक नेताओं का शुक्रिया किया। बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने कहा कि वह इस लक्ष्य की दिशा में किए गए प्रयासों के लिए सभी नेताओं के प्रति "आभारी" हैं।

पुतिन ने कहा, "मैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने यूक्रेन समस्या पर इतना ध्यान दिया। हम सभी के पास अपने घरेलू मुद्दे हैं, लेकिन कई लीडर, जिनमें चीन के राष्ट्रपति, भारत के प्रधानमंत्री, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की। हम उन सभी के प्रति आभारी हैं क्योंकि यह गतिविधि 'युद्ध और जानमाल के नुकसान को रोकने' का मिशन है।

पीएम मोदी का शांति का संदेश
पिछले महीने व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने भारत की रूस-यूक्रेन युद्ध पर स्थिति को दोहराया था। उन्होंने कहा था, "भारत शांति के पक्ष में है। यह युद्ध का दौर नहीं है। समाधान युद्ध के मैदान में नहीं मिल सकता। हम सभी शांति पहलों का समर्थन करते हैं और ट्रंप के युद्ध समाप्त करने के प्रयासों का समर्थन करते हैं।"

पीएम मोदी ने जेलेंस्की और पुतिन से की थी मुलाकात
फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की और पुतिन से कई बार बातचीत की। पिछले साल जुलाई में पीएम मोदी ने मॉस्को में 22वें भारत-रूस द्विपक्षीय सम्मेलन के दौरान पुतिन से मुलाकात की थी और अगस्त में यूक्रेन की यात्रा भी की थी। दोनों मौकों पर उन्होंने कहा कि भारत शांति और प्रगति के रास्ते में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है।

युद्धविराम प्रस्ताव पर जेलेंस्की और पुतिन सहमत
पुतिन ने अमेरिका के युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार किया है, लेकिन उन्होंने कई शर्तें और स्पष्टीकरण रखे हैं। उन्होंने कहा कि हम लंबे समय तक के लिए युद्ध विराम चाहते हैं। यूक्रेन ने सऊदी अरब में वाशिंगटन और कीव के बीच हुई वार्ता के बाद युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। जिसे लेकर पुतिन ने कहा कि यह निर्णय "अमेरिका के दबाव" के कारण लिया गया।

पुतिन के युद्धविराम प्रस्ताव की शर्तों के बारे में टिप्पणी करने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रूस "सही काम" करेगा। हालांकि, पुतिन की टिप्पणी पर जेलेंस्की ने नाराजगी जाहिर की। जेलेंस्की ने दावा किया कि पुतिन प्रस्ताव को खारिज करना चाहते हैं, लेकिन ट्रंप को यह बताने से डर रहे हैं।