CAR TIPS: कार के छोटे अलॉय व्हील्स को बड़े अलॉय व्हील्स में बदलने के कई फायदे और नुकसान हो सकते हैं। इन परिवर्तनों का प्रभाव न केवल गाड़ी के परफॉर्मेंस और हैंडलिंग पर पड़ता है, बल्कि यह सुंदरता और आरामदायक सफर पर भी असर डालता है। बदलाव के लिए आपको कुछ समझौते भी करने पड़ सकते हैं। जैस- आराम, ईंधन दक्षता और संभावित मेंटेनेंस कॉस्ट। इसलिए अलॉय व्हील्स को बदलने से पहले इन सभी पहलुओं पर विचार करना जरूरी है। आइए इसके फायदे और नुकसान को विस्तार से जानें...
बड़े अलॉय व्हील्स के क्या हैं फायदे?
1) बेहतर लुक:
बड़े अलॉय व्हील्स कार को अधिक आकर्षक और स्टाइलिश बनाते हैं। वे गाड़ी को एक स्पोर्टी और प्रीमियम लुक प्रदान करते हैं।
2) एडवांस हैंडलिंग:
बड़े व्हील आमतौर पर कम प्रोफाइल टायर्स के साथ आते हैं, जिससे सड़क पर मजबूत कॉन्टैक्ट मिलता है। इससे हैंडलिंग में बेहतर होती है और कार टर्निंग में ज्यादा स्टेबिलिटी मिलती है।
3) ब्रेकिंग परफॉरमेंस:
कार के बड़े पहियों के कारण बड़े ब्रेक्स का उपयोग संभव हो पाता है, जिससे ब्रेकिंग परफॉरमेंस में सुधार हो सकता है।
4) ग्रिप और स्थिरता:
चौड़े टायर अधिक ग्रिप प्रदान करते हैं, जिससे तेज रफ्तार में ड्राइविंग करते समय स्थिरता और नियंत्रण बढ़िया रहता है।
बड़े अलॉय व्हील्स क्यों हैं नुकसानदेह?
1) आराम में कमी:
बड़े पहिए और कम प्रोफ़ाइल टायर सड़क के झटकों को अच्छी तरह से झेल नहीं पाते हैं, जिससे इन गाड़ियों में सवारी कम आरामदायक हो सकती है।
2) ईंधन खर्च बढ़ेगा:
बड़े पहियों का वजन ज्यादा हो सकता है और उनका रोलिंग रेजिस्टेंस भी अधिक होता है, जिससे गाड़ियों की ईंधन की खपत बढ़ सकती है।
3) स्पीडोमीटर और ओडोमीटर पर असर:
बड़े पहिए लगाने से स्पीडोमीटर और ओडोमीटर की शुद्धता पर असर पड़ सकता है, क्योंकि दोनों मीटर मूल टायर के आकार के हिसाब से कैलिब्रेट किए गए होते हैं।
4) अतिरिक्त रखरखाव खर्च:
बड़े अलॉय व्हील्स और टायर महंगे हो सकते हैं। इसके अलावा वे सस्पेंशन और ब्रेक सिस्टम पर ज्यादा प्रेशर डालते हैं, जिससे कार मेंटेनेंस कॉस्ट बढ़ सकती है।
5) सड़क पर नुकसान का खतरा:
कम प्रोफ़ाइल टायर और बड़े पहिए अधिक संवेदनशील होते हैं, और गड्ढों या ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर चलने से पहिए और टायर को नुकसान पहुंच सकता है।
(मंजू कुमारी)