(मंजू कुमारी)
Kinetic Green E Luna: काइनेटिक लूना की गिनती एक समय देश में सबसे लोकप्रिय मोपेट में होती थी। लेकिन बाइक का चलन बढ़ने से धीरे-धीरे पैडल वाली लूना सड़कों से गायब होती चली गई। कंपनी ने दो दशक के बाद फिर से मार्केट में वापसी की है। लेकिन इस बार लूना इलेक्ट्रिक व्हीकल बनकर आई है। कंपनी ने इसे नया Kinetic Green E Luna नाम दिया है। मौजूदा बाजार की मांग के हिसाब से इसमें कई बदलाव किए गए हैं। तो क्या आज भी ई लूना के लिए पसंदीदा ग्राहकों का समूह है?
डिज़ाइन के मामले में ई लूना पारंपरिक मोपेड की तरह लगती है, लेकिन यह अब इसमें पैडल नहीं हैं। लूना के चाहने वाले इसके शानदार बॉक्सी लुक को पसंद करेंगे। इसमें राइडर और पिलियन दोनों के लिए बेहतर सिटिंग स्पेस मौजूद है। पिछड़ी सीट के नीचे एक छोटा बॉक्स है, हालांकि चेसिस ट्यूब इस स्पेस को लिमिट कर सकती है। इसमें आप चार्जर नहीं रख सकते हैं, जो यहां एक बड़ी चूक साबित हो सकती है।
काइनेटिक ई लूना में क्या खासियतें?
- ई लूना में एक एलसीडी डैश है। राइट हैंड के स्विच क्यूब पर 'मोड' स्विच है, लेकिन यह मोड के हिसाब से स्पीड को 35किमी/घंटा, 45किमी/घंटा और 50किमी/घंटा के तौर पर कंट्रोल करता है।
- इसमें ईयरप्लग और ब्लूटूथ हेडसेट पर म्युजिक सुना जा सकता है। ई लूना सिंगल चार्जिंग पर 61.7किमी की रेंज देती है, जो कंपनी की ओर से ऑफर की गई रेंज 110 किमी आईडीसी रेंज से काफी कम है। 1.7kWh बैटरी के साथ निचले X1 मॉडल में वास्तविक रेंज 50 किमी के पास मिलेगी। X2 वेरिएंट को कंप्लीट चार्ज करने में करीब 4 घंटे लगते हैं।
- हालांकि, स्लो स्पीड के बाद भी यह परफॉर्मेंश शानदार है, जो कि अधिक महंगे ओला S1 Pro से कम कीमत में उपलब्ध है।
ई लूना में कौन-कौन सी समस्याएं हैं?
काइनेटिक ई लूना के रियर शॉक की परेशानी आ सकती है। एक्सलरेटर 25किमी/घंटा से ऊपर नहीं होता है, जिससे शहर में ओवरटेकिंग करना मुश्किल हो जाता है। 100 किग्रा वजनी ईवी को रोकने के लिए ड्रम ब्रेक्स को बहुत अधिक खींचना पड़ता है। जो कि इसकी टॉप स्पीड के दौरान ज्यादा भरोसेमंद नहीं हैं।
काइनेटिक ई लूना की कीमत कितनी होगी?
पुरानी लूना के जैसे यह एक सरल और उपयोगी दो-पहिया वाहन है। इसकी कीमत पुराने मॉडल से ज्यादा है, जो 74,990 रुपए में मिल रहा है। यह सिर्फ टीवीएस रेडिएन और होंडा शाइन 100 जैसे बाइक्स से करीब 10,000 रुपए ज्यादा है।