Govt Wheat Purchasing: भारतीय खाद्य निगम (FCI) और उसकी सहयोगी प्रांतीय एजेंसियों द्वारा चालू रबी मार्केटिंग सीजन में अब तक करीब 152.35 लाख टन गेहूं खरीदा गया, जो पिछले साल की समान अवधि की खरीद 183.77 लाख टन से करीब 31 लाख टन कम है। केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने रबी मार्केटिंग सीजन के लिए पंजाब में 130 लाख टन, हरियाणा में 80 लाख टन और मध्यप्रदेश में भी 80 लाख टन गेहूं खरीदी का टारगेट रखा है।
आखिर क्यों नहीं हो पा रही गेहूं की खरीद?
गेहूं की सरकारी खरीद पंजाब में 83.60 लाख टन से घटकर 57.65 लाख टन और मध्य प्रदेश में 82.22 लाख टन से घटकर 46.21 लाख टन पर सिमट गई। जबकि दूसरी ओर हरियाणा में 52.63 लाख टन से बढ़कर 54.77 लाख टन और उत्तर प्रदेश में 95 हजार टन से उछलकर 4.70 लाख टन पर पहुंच गई। इसी प्रकार राजस्थान में गेहूं की खरीद पिछले साल के 38 हजार टन से बढ़कर इस बार 2.95 लाख टन पर पहुंची है। इसके अलावा बिहार में 4660 टन, हिमाचल प्रदेश में 678 टन और उत्तराखंड में 224 टन गेहूं खरीदा गया।
मध्य प्रदेश में 30 जून तक गेहूं की सरकारी खरीदी का समय निर्धारित
केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय ने वर्तमान रबी मार्केटिंग सीजन के लिए पंजाब में 130 लाख टन, हरियाणा में 80 लाख टन, मध्यप्रदेश में भी 80 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 60 लाख टन, राजस्थान में 20 लाख टन, बिहार में 2 लाख टन, उत्तराखंड में 50 हजार टन, जम्मू कश्मीर में 20 हजार टन तथा हिमाचल प्रदेश एवं गुजरात में 10-10 हजार टन सहित राष्ट्रीय स्तर पर कुल 37290 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है। पंजाब में 31 मई, हरियाणा में 15 मई. उत्तर प्रदेश में 15 जून, मध्यप्रदेश में 30 जून, बिहार में 15 जून, राजस्थान में 30 जून, उत्तराखंड में 30 जून, गुजरात में 15 जून, हिमाचल प्रदेश में 10 जून और जम्मू कश्मीर में 31 मई 2024 तक गेहूं की सरकारी खरीद का समय तय किया गया है, हालांकि जरूरत पड़ने पर इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।