HDFC Bank Hike Loan EMI: देश में प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक HDFC Bank ने एमसीएलआर में बढ़ोतरी की है। इसका सीधा असर कराड़ों ग्राहकों की होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई पर पड़ेगा। एमसीएलआर में वृद्धि का मतलब है कि आपकी मासिक किश्तें बढ़ना तय है। इसके अलावा नए लोन पर भी ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ेगा। MCLR के नए रेट गुरुवार यानी 8 फरवरी से लागू होंगे। बैंक ने कुछ अवधि के लिए एमसीएलआर को 10 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ा दिया है। पिछले साल 7 नवंबर को भी ब्याज दरें बढ़ी थीं।
किस अवधि के लिए कितना MCLR बढ़ा?
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, एचडीएफसी बैंक ने ओवरनाइट MCLR को 10 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 8.90 फीसदी पहुंचा दिया है। एक माह की अवधि के लिए इसे 5 बेसिस प्वाइंट बढ़ाया है, जो अब 8.85 से 8.90 फीसदी हो गई है। इसी प्रकार तीन माह की अवधि के लिए एमसीएलआर 9.10 फीसदी, 6 माह के लिए 9.30 फीसदी और सालभर की अवधि के लिए 9.30 फीसदी हो गई है। जबकि दो और तीन साल के लिए यह दर 9.35 फीसदी है।
आखिर क्या है एमसीएलआर रेट?
MCLR (Marginal Cost of Funds Based Lending Rate) सामान्य भाषा में समझें तो यह वो न्यूनतम ब्याज दर है जिस जिसके नीचे कोई बैंक आपको किसी भी तरह का लोन नहीं दे सकती है। सभी बैंकों को अपने ओवरनाइट, एक माह, तीन माह, छह माह, एक साल और दो साल के लिए अपने MCLR रेट की घोषणा करनी पड़ती है।
एमसीएलआर बढ़ने पर क्या EMI बढ़ेगी?
बैंकों के द्वारा एमसीएलआर बढ़ाने पर होम लोन, ऑटो लोन, पर्सनल लोन समेत अन्य सभी प्रकार के कर्ज महंगे हो जाते हैं। इन लोन पर ग्राहकों को ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ता है और मौजूदा कर्जधारकों की मासिक किश्तें बढ़ जाती है। इसका सीधा असर ग्राहकों की जेब पर पड़ता है।