Tariff Hikes: देश की तीन प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों Jio, Airtel और Vodafone ने पिछले दो दिन में अपने टैरिफ प्लान की दरें बढ़ाई हैं। जियो ने टैरिफ के दाम 13% -27% बढ़ाए, भारती एयरटेल ने भी टैरिफ 10% -21% और वोडाफोन आइडिया ने करीब 10-23% महंगा किया है। जाहिर है कंपनियों के फैसलों का असर भारतीय यूजर्स की जेब पर पड़ेगा। इसे लेकर कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज रिसर्च में दावा किया गया है कि इंडियन यूजर्स को अब डेटा प्लान पर अतिरिक्त 45,700 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं।
नई 5G सर्विसेस लागू करने के लिए बढ़ा टैरिफ
इकोनॉमिक टाइम्स ने कोटक रिसर्च नोट के हवाले से लिखा- देश के शीर्ष 3 टेलीकॉम ऑपरेटरों द्वारा टैरिफ बढ़ोतरी की वजह से भारतीय उपभोक्ताओं को सालाना 47,500 करोड़ रुपए ज्यादा खर्च करने की उम्मीद है। यह टैरिफ वृद्धि कंपनियों की नई 5G सर्विसेस को प्रभावी ढंग से लागू करने और 2016 से चल रहे दूरसंचार ऑपरेटर्स के बीच प्राइस वॉर को खत्म करने के लिए की गई है।
कैसे बढ़े टेलीकॉम कंपनियों के टैरिफ प्लान?
जियो ने टैरिफ के दाम 13% -27% बढ़ाए, भारती एयरटेल ने भी टैरिफ 10% -21% और वोडाफोन आइडिया ने करीब 10-23% महंगा किया है। 5G डेटा प्लान का लुत्फ उठाने वाले जियो ग्राहक को अब प्रतिदिन 1.5GB वाले पहले के 239 रुपए पैक के बजाय 2GB प्रतिदिन पैक के लिए कम से कम 349 रुपए का भुगतान करना होगा। इसी प्रकार 5G चाहने वाले एयरटेल ग्राहक को अब पहले 1.5GB डेटा वाले 239 रुपए पैक के बजाय एक दिन में 2.5GB डेटा वाले 409 रुपए पैक में और भी बड़ा अपग्रेड लेना होगा।
Jio, Airtel और Vodafone ने क्यों बढ़ाए टैरिफ?
- भारती एयरटेल के एमडी गोपाल विट्टल और वोडाफोन आइडिया के सीईओ अक्षय मूंदड़ा ने अक्सर देश में टेलीकॉम सेक्टर की स्थिति को लेकर चिंता जताई है। जिसमें बताया गया था कि मूल्य निर्धारण संरचना को वैश्विक मानक में बदलना होगा, जहां यूजर ज्यादा डेटा का यूज करने के लिए ज्यादा भुगतान करते हैं, जबकि भारत में यूजर अभी उपयोग की परवाह किए बिना, औसतन समान भुगतान करते हैं।
- दूसरी खास बात है कि भारत में टेलीकॉम प्राइस वॉर की शुरुआत Jio द्वारा ग्राहकों को तोड़ने के लिए कम कीमतों का उपयोग करके की गई थी, जिसके चलते एयरटेल और वोडाफोन जैसे प्रतिस्पर्धियों को भी अपने ग्राहकों को खोने का जोखिम न उठाने के लिए ऐसा करना पड़ा था।