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Budget 2025: कई लोगों के लिए बजट का अर्थ समझना मुश्किल है। ‘बजट’ शब्द लैटिन के बोजते (bougette) से आया है, जिसका मतलब होता है एक चमड़े या लेदर का थैला।

Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को आठवीं बार देश का बजट पेश करेंगी। आमतौर पर लोगों के लिए बजट शब्द बेहद कठिन लगता है, इसकी कई शब्दावली लोगों को समझना मुश्किल होता है। यहां हम आपके लिए इन शब्दों के लिए उपयोग और उनका मतलब समझाने की कोशिश करेंगे, जिनका जिक्र सरकारी भाषा में बजट के दौरान किया जाता रहा है। आज पार्ट-1 में जानते हैं कुछ मुख्य शब्दों की आसान व्याख्या...

क्या है बजट? जानें आसान भाषा में... 
बजट का मतलब कई लोगों के लिए समझना मुश्किल हो सकता है। ‘बजट’ शब्द की उत्पत्ति लैटिन शब्द बोजते (Bougette) से हुई है, जिसका अर्थ होता है चमड़े का थैला। पहले के समय में व्यापारी पैसों को रखने के लिए चमड़े के थैले का उपयोग करते थे। बाद में यह सरकारी वित्तीय मामलों में भी इस्तेमाल होने लगा।

1 फरवरी को पेश होगा केंद्रीय बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को अपना लगातार आठवां केंद्रीय बजट पेश करेंगी। यह बजट देश की वित्तीय नीतियों और योजनाओं को तय करने वाला एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। इसमें सरकार की अनुमानित आय और व्यय का पूरा विवरण दिया जाता है, जिससे यह तय होता है कि किस सेक्टर में कितना निवेश किया जाएगा और टैक्स संबंधी नीतियां क्या होंगी।

बजट से जुड़े महत्वपूर्ण शब्द और अर्थ

  • यूनियन बजट (Union Budget)

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के तहत सरकार हर साल संसद में अपने वार्षिक वित्तीय विवरण (Annual Financial Statement) को प्रस्तुत करती है, जिसे यूनियन बजट कहा जाता है। इसमें देश की अनुमानित आय, व्यय और विभिन्न परियोजनाओं पर खर्च किए जाने वाले धन की जानकारी होती है।

  • बजट अनुमान (Budget Estimate)

यह सरकार द्वारा किए गए संभावित खर्च और आय का अनुमान होता है, जिसे वित्त मंत्री बजट के दौरान प्रस्तुत करते हैं।

  • वित्त विधेयक (Finance Bill)

बजट में प्रस्तावित करों और वित्तीय नीतियों को लागू करने के लिए वित्त विधेयक पेश किया जाता है। इसे संसद की मंजूरी मिलने के बाद ही लागू किया जाता है।

  • वित्तीय घाटा (Fiscal Deficit)

जब सरकार का कुल व्यय उसकी कुल आय से अधिक हो जाता है, तो इसे वित्तीय घाटा कहा जाता है। इस स्थिति में सरकार को खर्चों को पूरा करने के लिए कर्ज लेना पड़ता है।

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  • प्राथमिक घाटा (Primary Deficit)

यह वित्तीय घाटे का एक हिस्सा होता है, जिसमें कुल घाटे में से ब्याज भुगतान को घटाकर निकाला गया आंकड़ा शामिल होता है।

  • राजस्व अधिशेष (Revenue Surplus)

जब सरकार की कुल राजस्व आमदनी उसके कुल राजस्व व्यय से अधिक होती है, तो इसे राजस्व अधिशेष कहा जाता है। इसका मतलब है कि सरकार के पास आवश्यक खर्चों को पूरा करने के बाद भी अतिरिक्त धन बचता है।

  • विनियोग विधेयक (Appropriation Bill)

सरकार को अपने खर्चों के लिए संसद से संचित निधि (Consolidated Fund) से धन निकालने की अनुमति लेनी होती है। इसके लिए विनियोग विधेयक पेश किया जाता है।

  • पूंजी बजट (Capital Budget)

इसमें सरकार के बुनियादी ढांचे, बड़े प्रोजेक्ट्स और लंबी अवधि की योजनाओं के लिए किए जाने वाले निवेश की जानकारी होती है।

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  • संशोधित अनुमान (Revised Estimate)

जब वित्त वर्ष के दौरान यह देखा जाता है कि अनुमानित और वास्तविक खर्च में कितना अंतर है, तो उसे संशोधित अनुमान कहा जाता है।

बजट देश की आर्थिक दिशा तय करने का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। इसमें सरकार अपनी वित्तीय नीतियों, कर सुधारों और सार्वजनिक खर्चों की जानकारी देती है। बजट के दौरान इस्तेमाल होने वाले वित्तीय शब्दों को समझना जरूरी है ताकि आम नागरिक भी देश की आर्थिक नीतियों को बेहतर तरीके से समझ सकें।

(मंजू कुमारी)

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