Microsoft Crowd Strike: दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट के ग्लोबल आउटेज के चलते उड़ानें, बैंक, मीडिया आउटलेट और कंपनियों का कामकाज प्रभावित हुआ है। इसके बाद शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्तीय संस्थाओं पर इस आउटेज के असर का आकलन किया। इसमें पता चला कि देश की करीब 10 बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को सर्वर डाउन के दौरान मामूली तौर पर परेशानियों का सामना करना पड़ा, जिन्हें या तो हल कर लिया गया है या दूर किया जा रहा है।
क्लाउड स्ट्राइक पर माइक्रोसॉफ्ट ने क्या कहा?
ग्लोबल टेक दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह माइक्रोसॉफ्ट 365 ऐप्स और सेवाओं तक पहुंच को प्रभावित करने वाली समस्या को धीरे-धीरे ठीक कर रही है। माइक्रोसॉफ्ट सर्विसेस में बड़े पैमाने पर आउटेज ने ग्लोबल आईटी सिस्टम को प्रभावित किया है, जिससे कई सेक्टर में यूजर्स को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
'10 बैंकों-NBFC के कामकाज में मामूली व्यवधान'
रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा- उसने अपने विनियमित संस्थाओं पर इस आउटेज के प्रभाव का आकलन किया है। ज्यादातर बैंकों के अहम सिस्टम क्लाउड में नहीं हैं। सिर्फ कुछ बैंकों ने क्राउडस्ट्राइक टूल का इस्तेमाल किया है। आरबीआई के आकलन से पता चलता है कि केवल 10 बैंकों और NBFC को मामूली व्यवधान हुआ। आरबीआई ने कहा कि भारतीय फाइनेंस सेक्टर अपने अधिकार क्षेत्र में इस ग्लोबल आउटेज से अछूता रहा है।
RBI ने कहा- विनियमित संस्थाएं सतर्कता बरतें
आरबीआई ने कहा कि उसने अपने विनियमित संस्थाओं को सतर्कता बरतने, परिचालन लचीलेपन और निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है। माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में आई गड़बड़ी के कारण ग्लोबल आईटी सिस्टम बाधित हो गए थे और कई क्षेत्रों को वैश्विक स्तर पर परेशानी आई, जिसमें एविएशन, मीडिया और ग्लोबल लेवल पर फाइनेंस मार्केट भी शामिल है।
भारत समेत दुनियाभर में फ्लाइट ऑपरेशन हुआ ठप
भारत में अकासा, इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइसजेट ने इस आउटेज के बीच ऑपरेशनल चुनौतियों का सामना किया। अमेरिका में फ्रंटियर एयरलाइंस, एलीजेंट और सनकंट्री समेत कई कंपनियों अपनी सेवाओं को प्रभावित करने वाले व्यवधानों की सूचना दी।