Import Duty Reduce for Mobile Phones Making Components: केंद्र सरकार ने मोबाइल मैन्यूफ्रैक्चरिंग सेक्टर को गति प्रदान करने के लिए इंपोर्ट ड्यूटी (आयात कर) में कटौती का ऐलान किया है। इससे देश में मोबाइल बनाने वाली कंपनियों को प्रोत्साहन मिलेगा। मोबाइल फोन सस्से होंगे और इनके निर्माण से जुड़े नए बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही रोजगार के नए अवसर विकसित होंगे। फिलहाल, मोबाइल मेकिंग सेक्टर में अग्रणी चीन, वियतनाम समेत 6 देशों की तुलना में भारत में इंपोर्ट ड्यूटी सबसे अधिक है। 

इन उपकरणों पर घटी इंपोर्ट ड्यूटी
वित्त मंत्रालय की ओर से अंतरिम बजट से एक दिन पहले मंगलवार रात इंपोर्ट ड्यूटी मौजूदा 15% से घटाकर 10% करने का नोटिफिकेशन जारी किया गया। इसमें मोबाइल तैयार करने के लिए जरूरी उपकरणों जैसे- बैटरी कवर, मेन लेंस, जीएसएम एंटीना, सिम सॉकिट, स्क्रू, बैक कवर और प्लास्टिक व मेटल से बने अन्य आइटम पर इंपोर्ट ड्यूटी कम की गई है।

मोबाइल मेकिंग कंपनियां कर रही थीं मांग
मोबाइल बनाने वाली कंपनियां लंबे वक्त से एक दर्जन से ज्यादा कंपोनेट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती की मांग कर रही थीं। ताकि देश में मोबाइल फोन की लागत को कम किया जा सके। कंपनियों का मानना है कि सरकार के इस फैसले से भारत को चीन और वियतनाम जैसे दूसरे कॉम्पिटीटर देशों को टक्कर देने में मदद मिलेगी।

देश में मोबाइल एक्सपोर्ट को मिलेगी गति
इंडिया सेल्यूलर एंड इलेक्ट्रोनिक्स एसोसिएशन (ICEA) के मुताबिक, भारत में अभी कैमरा मॉड्यूल्स और चार्जर पर 2.5 फीसदी से 20 फीसदी तक इंपोर्ट ड्यूटी लग रही है। मोबाइल निर्माण के मामले में दुनिया के 6 मुख्य प्रतिस्पर्धी देशों जैसे- चीन, वियतनाम, मैक्सिको और थाईलैंड में भारत मोबाइल मैन्यूफ्रैक्चर कंपोनेट्स पर सबसे ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी चुकाने वाला देश है। भारत में मोबाइल एक्सपोर्ट को गति देने के लिए ड्यूटी कम करने की जरूरत है।

भारत में बढ़ रहा है मोबाइल एक्सपोर्ट
- हालांकि, रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में मोबाइल फोन का एक्सपोर्ट 2022-23 में पिछले साल के मुकाबले 11.1 बिलियन डॉलर बढ़ा है। एक्सपर्ट्स ने मौजूदा वित्त वर्ष में मोबाइल एक्सपोर्ट 15 बिलियन डॉलर तक बढ़ने का अनुमान जताया है। इसी साल अगस्त तक 5.5 बिलियन डॉलर का आंकडा हासिल किया जा चुका है। 
- एपल के अलावा भारत में साउथ कोरिया की सैमसंग और चीनी कंपनी शाउमी का एक्सपोर्ट हो रहा है। एपल देश में आईफोन असेंबल करने की शुरुआत कर चुकी है। चीन को इंडस्ट्री से बाहर करने के लिए एपल जल्द ही भारत में आईपैड और एयरपॉड का प्रोडक्शन भी शुरू करेगी।