Ambani's Donation: देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने दिवाली से पहले उत्तराखंड के पवित्र बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में दर्शन किए। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन अंबानी ने मंदिरों को 5 करोड़ रुपए का दान दिया। सफेद कुर्ता-पायजामा और बेज जैकेट में मुकेश अंबानी ने कड़ी सुरक्षा के बीच भगवान की पूजा-अर्चना की। मुकेश अंबानी इस आध्यात्मिक यात्रा पर रविवार (20 अक्टूबर) को निकले थे। यहां पहुंचने पर बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) ने उनका स्वागत किया।
मुकेश अंबानी ने मंदिर के सामने खिंचवाई फोटो
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुकेश अंबानी ने बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर को 5 करोड़ रुपए दान किए हैं। अंबानी की पूजा-अर्चना के दौरान कई लोग उन्हें देखने के लिए इकट्ठा हो गए और उन्होंने मंदिरों के सामने तस्वीरें भी खिंचवाईं। हिमालय की खूबसूरत वादियों में स्थित बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम सनातम धर्म के लिए खासा धार्मिक महत्व रखते हैं और चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) का एक अहम हिस्सा हैं।
#WATCH | Uttarakhand: Reliance Industries Chairman Mukesh Ambani visited Shri Badrinath Dham and Shri Kedarnath Dham today.
— ANI (@ANI) October 20, 2024
(Source: Media Incharge BKTC) pic.twitter.com/E9QJRtFqDM
अंबानी परिवार का चारधाम से है खास जुड़ाव
मुकेश अंबानी ने पिछले साल भी इन मंदिरों का दौरा किया था, लेकिन तब उनके साथ उनका परिवार भी था। वे 2023 में अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के साथ बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम पहुंचे थे। इससे पहले 2022 में भी अंबानी परिवार ने दोनों मंदिरों में दर्शन किए थे और मंदिर समिति को 5 करोड़ रुपए दान दिया था।
लालबाग के राजा को 20 किलो सोने का मुकुट चढ़ाया
- अंबानी परिवार देश के प्रतिष्ठित मंदिरों में नियमित रूप से दर्शन और दान देने के लिए जाना जाता है। हाल ही में परिवार की ओर से मुंबई के लालबागचा राजा गणेश उत्सव के लिए करीब 15 करोड़ रुपए कीमत वाला 20 किलो सोने का मुकुट दान किया गया था।
- मुकेश अंबानी ने 2023 में केरल के गुरुवायुर मंदिर में 1.51 करोड़ रुपए का दान 'अन्नदानम' फंड में दिया था। इससे पहले उन्होंने आंध्र प्रदेश के तिरुमला मंदिर में 1.5 करोड़ रुपए दान किए थे।
केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम का महत्व
माना जाता है कि केदारनाथ मंदिर, जो भगवान शिव को समर्पित 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों में से एक है, भगवान को प्रसन्न करने के लिए पांडवों द्वारा बनाया गया था। कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने बद्रीनाथ मंदिर में तपस्या की थी। मान्यता है कि भगवान के बद्रीनाथ रूप की पूजा करने और अलकनंदा नदी में पवित्र डुबकी लगाने से आत्मा शुद्ध होती है।