Ratan Tata's Quotes: भारतीय उद्योग जगत में सादगी और दूरदर्शी नेतृत्व के लिए मशहूर उद्योगपति रतन टाटा ने बुधवार देर रात मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली, वे 86 वर्ष थे। उनकी पार्थिव देह मुंबई के नरीमन पॉइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) में अंतिम दर्शन के लिए रखी गई है। गुरुवार शाम 4 बजे के बाद वर्ली में टाटा संस के मानद चेयरमैन का अंतिम संस्कार किया जाएगा। फिल्म, राजनीति, खेल, उद्योग समेत सभी क्षेत्र के दिग्गज हस्तियों ने रतन टाटा को नम आंखों से याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
1937 में जन्मे रतन टाटा का पालन-पोषण उनकी दादी नवाजबाई टाटा ने किया था, जब 1948 में उनके माता-पिता का तलाक हो गया था। अपने सादगीपूर्ण जीवन के लिए पहचाने जाने वाले रतन टाटा का नाम कारोबार जगत में उनकी परोपकारी प्रयासों और दूरदर्शी नेतृत्व के कारण अत्यधिक सम्मान के साथ लिया जाता है।
आज रतन टाटा के निधन के समय उनके कुछ प्रेरणादायक कोट्स को याद करना एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जो हमेशा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।
- "मैं सही फैसले लेने में विश्वास नहीं करता, मैं फैसले लेता हूं और फिर उन्हें सही बनाता हूं।"
- "कोई भी लोहा नष्ट नहीं कर सकता, लेकिन उसका अपना जंग कर सकता है। इसी तरह, कोई व्यक्ति को नष्ट नहीं कर सकता, पर उसकी अपनी सोच उसे नष्ट कर सकती है।"
- "पावर और संपत्ति मेरे मुख्य उद्देश्य नहीं हैं।"
- ''अगर लोग आप पर जो पत्थर फेंकते हैं, उन्हें लीजिए और उनका उपयोग मॉन्यूमेंट बनाने के लिए कीजिए।''
- "सबसे बड़ा जोखिम है, कोई जोखिम न लेना। एक ऐसे दुनिया में जो तेजी से बदल रही है, एकमात्र रणनीति जो निश्चित रूप से असफल होगी, वह है कोई जोखिम न लेना।''
- "सबसे अच्छे लीडर वे होते हैं जो अपने आस-पास खुद से अधिक होशियार सहायकों और सहयोगियों को रखना पसंद करते हैं।"
- "कभी भी दयालुता, सहानुभूति और करुणा की शक्ति को दूसरों के साथ अपने रिश्तों में कम मत समझिए।"
- "लीडरशिप का मतलब है जिम्मेदारी लेना, बहाने बनाना नहीं।"
- "अवसरों का इंतजार मत करो, खुद अपने अवसर बनाओ।"
- "अगर आप तेजी से चलना चाहते हैं, तो अकेले चलिए। लेकिन अगर आप दूर तक चलना चाहते हैं, तो साथ चलिए।"
- "मैं वर्क-लाइफ बैलेंस में विश्वास नहीं करता, बल्कि दोनों को एक करने में भरोसा करता हूं। अपने काम और जीवन को अर्थपूर्ण और संतोषजनक बनाओ और वे एक-दूसरे के पूरक होंगे।"
'टाटा ने बिजनेस ग्रुप और देश के मूल ढांचे के शिल्पकार'
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे असल में एक असाधारण लीडर थे, उनके अतुलनीय योगदान ने न केवल टाटा समूह बल्कि हमारे देश के मूल ढांचे को भी आकार दिया है।" 2012 में पद छोड़ने के बाद, रतन टाटा को टाटा समूह की कई कंपनियों के मानद चेयरमैन की उपाधि से सम्मानित किया गया था। रतन टाटा के उपरोक्त विचार आने वाले समय में भी लोगों को प्रेरित करते रहेंगे और उनके व्यक्तित्व और जीवन दर्शन की गहराई को दर्शाते हैं।