KYC updation frauds RBI Advisory: देश में डिजिटल पैनिट्रेशन बढ़ने के साथ-साथ यूजर्स को सर्तक रहना बेहद जरूरी है। डिजिटल दुनिया में जहां आपको घर बैठे फाइनेंशियल, बैंकिंग और शॉपिंग की सर्विस मिल रही है, वहीं साइबर वर्ल्ड के जालसाज भी सक्रिय हैं। जो आए दिन अपराध के नए-नए तरीकों से यूजर्स को निशाना बना रहे हैं। भारत में फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी को लेकर रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने शुक्रवार को चिंता जताई और एडवाइजरी जारी कर लोगों को केवाईसी अपडेशन के नाम पर धोखाधड़ी के प्रति सचेत किया।

क्या हैं साइबर बैंकिंग धोखाधड़ी के तरीके?
- आमतौर पर इस तरह की धोखाधड़ी में ग्राहकों को अनचाहे फोन कॉल, एसएमएस और ईमेल के जरिए झांसे में लिया जाता है। साइबर गठ किसी न किसी प्रकार से उनसे व्यक्तिगत जानकारी, खाता/लॉगिन डिटेल या जाली ऐप्स इंस्टॉल करने के लिए प्रेरित करते हैं। केवायसी अपडेट नहीं होने पर खाता फ्रीज/बंद करने की धमकी दी जाती है। ऐसे में जब ग्राहक केवायसी के लिए उनसे अपनी और बैंक खाते से जुड़ी डिटेल शेयर करते हैं तो साइबर जालजास उनके खातों तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त कर पैसे निकाल लेते हैं। 

फ्रॉड का शिकार होने पर कहां करें शिकायत? 
- फाइनेंशियल साइबर धोखाधड़ी का शिकार होने पर नागरिकों को तुरंत राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) या साइबर अपराध हेल्पलाइन (1930) के माध्यम से शिकायत दर्ज करनी चाहिए। इसके अलावा, खुद को सुरक्षित रखने के साथ ही जानकारों को भी यह उपाय अपनाने की सलाह दी जा सकती है।

Do's:
1) केवाईसी अपडेशन के लिए कोई रिक्वेस्ट मिलने पर पुष्टि करने या सहायता के लिए सीधे उनके बैंक/वित्तीय संस्थान से संपर्क करें।
2) बैंक/वित्तीय संस्थान का संपर्क नंबर/कस्टमर केयर नंबर केवल उसकी ऑफिशियल वेबसाइट/सोर्स के जरिए से निकालें।
3) साइबर धोखाधड़ी की घटना होने पर तुरंत अपने बैंक/वित्तीय संस्थान को सूचित करें।
4) केवाईसी अपडेशन के लिए उपलब्ध तरीकों/विकल्पों का पता लगाने के लिए बैंक शाखा में पूछताछ करें।
5) केवाईसी अपडेशन से जुड़ी पूरी जानकारी के लिए समय-समय पर जारी केवाईसी एडवाइजरी पढ़ें।  

Don'ts:
1) बैंक अकाउंट लॉगिन क्रेडेंशियल, कार्ड की जानकारी, पिन, पासवर्ड, ओटीपी किसी के साथ साझा न करें।
2) KYC डॉक्यूमेंट्स की प्रतियां अज्ञात या अज्ञात व्यक्तियों या संगठनों के साथ शेयर नहीं करना चाहिए।
3) असत्यापित/अनधिकृत वेबसाइटों या एप्लिकेशन से कोई भी संवेदनशील डेटा/जानकारी साझा नहीं करें।
4) अपने मोबाइल या ईमेल पर आने वाले संदिग्ध या अनवेरिफाइड लिंक पर कभी क्लिक नहीं करें।
5) किसी प्रकार की लॉटरी लगने के लालच में आकर कभी दूसरों के साथ जानकारी शेयर नहीं करना चाहिए।