SBI Home Loan: भारत के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने नए साल से पहले अपने करोड़ों ग्राहकों को झटका दिया। एसबीआई ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी करते हुए इन्हें शुक्रवार से लागू कर दिया है। बैंक ने चुनिंदा अवधियों के लिए MCLR में 5-10 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की है।
इसका मतलब है कि अब कर्जधारकों के लिए होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की EMI बढ़ जाएगी। जबकि ऑटो या होम लोन, नए कर्जदारों के लिए अधिक महंगे हो जाएंगे। बता दें कि देश के कुछ बड़े बैंक की एमसीएलआर अब 8 से 8.85 प्रतिशत के बीच है।
EMI बढ़ेगी, नए ग्राहकों पर भी असर
एसबीआई ने ओवरनाइट एमसीएलआर दर 8 फीसदी तय की है, जबकि तीन महीने की अवधि के लिए दरें 8.15 से बढ़ाकर 8.20 फीसदी कर दी गई हैं। माना जा रहा है कि अन्य बैंक भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकते हैं। MCLR में वृद्धि से सभी प्रकार के लोन की ईएमआई बढ़ेगी। जो ग्राहक नए लोन के लिए आवेदन कर रहे हैं, उन्हें बढ़ी हुई ब्याज दरों पर लोन मिलेगा।
MCLR क्या होता है?
MCLR का पूरा नाम मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट। इसका सीधा संबंध न्यूनतम ब्याज दर से होता है। मतलब इसके नीचे कोई भी बैंक चाहकर भी अपने कस्टमर को लोन नहीं दे सकता है। बैंकों की तरफ से हर महीने ओवरनाइट, एक महीने, तीन महीने, छह महीने, एक साल और दो साल का एमसीएलआर घोषित किया जाता है और यह अनिवार्य भी है।