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प्रैक्टिस एग्जाम के एक दिन बाद छात्रों की आंसर शीट का इवैल्यूएशन किया जाएगा। इससे टीचर्स को ये भी पता चलेगा कि स्टूडेंट किस सब्जेक्ट में सबसे ज्यादा कमजोर है।

भोपाल। मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं के छात्रों का बोर्ड एग्जाम से पहले प्रैक्टिस एग्जाम शुरू हो गया है। प्रदेश में 10वीं के बोर्ड एग्जाम 5 फरवरी और 12वीं के बोर्ड एग्जाम 6 फरवरी से शुरू हो रहे हैं। बोर्ड एग्जाम से पहले प्रदेश के स्कूलों में CBSE के प्री-बोर्ड एग्जाम की तर्ज पर प्रैक्टिस एग्जाम हो रहे हैं। बोर्ड परीक्षाओं से पहले 10वीं और 12वीं के छात्रों की तैयारी और प्रैक्टिस पेपर में उनकी परफॉरमेंस को चेक किया जाएगा। ये एग्जाम 13 जनवरी तक होंगे।

1 दिन का मिलेगा समय
प्रैक्टिस पेपर्स में सभी सब्जेक्ट्स के दो-दो सेट क्वेश्चन पेपर लोक शिक्षण संचालनालय यानी डायरेक्टरेट ऑफ पब्लिक इंस्ट्रक्शन (DPI) से बन कर मिलेगा। 10वीं-12वीं के अलावा 9वीं-11वीं के स्टूडेंट्स के लिए भी प्रैक्टिस पेपर के सेट  लोक शिक्षण संचालनालय की ओर से दिया जाएगा।  छात्रों को ये पेपर सॉल्व करने के लिए एक दिन का समय मिलेगा। हालांकि, छात्र ये क्वेश्चन पेपर सॉल्व करने के लिए घर भी ले जा सकते हैं। टीचर्स को इन क्वेश्चन पेपर का मॉडल आंसर बनाकर भी तैयार रखना होगा।

आंसर शीट का होगा इवैल्यूएशन
प्रैक्टिस एग्जाम के एक दिन बाद छात्रों की आंसर शीट का इवैल्यूएशन किया जाएगा। इससे टीचर्स को ये भी पता चलेगा कि स्टूडेंट किस सब्जेक्ट में सबसे ज्यादा कमजोर है। स्टूडेंट्स को उनके रिजल्ट का ओवरऑल एनालिसिस की जानकारी दी जाएगी। एग्जाम के बाद कमजोर स्टूडेंट्स की अलग से क्लासेस लगाईं जाएंगी 

15 से 31 जनवरी के बीच होंगी रिवीजन क्लासेज
भोपाल की जिला शिक्षा अधिकारी अंजनी कुमार त्रिपाठी के अनुसार प्रैक्टिस एग्जाम के बाद 15 से 31 जनवरी के बीच पूरे कोर्स का रिवीजन होगा। जरूरत पड़ने पर मैथ्स और इंग्लिश के लिए अलग से कंबाइंड रिविजन क्लासेस लगेंगी। स्कूल रिवीजन क्लासेस का सिलेबस अपने स्तर पर तय कर सकते हैं। परीक्षा की तैयारी के लिए जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) के लिए भी टार्गेट तय कर दिया गया है। प्रैक्टिस एग्जाम के दौरान DEO को जिले में 10 स्कूलों का इंस्पेक्शन करना होगा। इंस्पेक्शन के बाद डीईओ अपनी रिपोर्ट भी भेजंगे।

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