Shweta Tiwari Marriages: टीवी की फेमस एक्ट्रेस श्वेता तिवारी काफी लाइमलाइट में रहती हैं। 43 साल की उम्र में भी उनकी खूबसूरती और फिटनेस अन्य अभिनेत्रियों को टक्कर देती है। लेकिन उनकी प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा पर्सनल लाइफ सुर्खियों में रही है। टीवी करियर में श्वेता तिवारी की बुलंदी का तारा जितना चमका उतना ही किस्मत ने निजी जिंदगी में धोखा दिया।
श्वेता तिवारी की दो शादियां रहीं असफल
श्वेता तिवारी ने दो शादियां की थीं, लेकिन दोनों ही शादियां असफल रहीं। उन्होंने पहली शादी 1998 में भोजपुरी एक्टर राजा चौधरी से की थी। लेकिन इस शादी में उन्होंने काफी उत्पीड़न झेली, झिसके बाद उन्होंने 2007 में तलाक ले लिया। इस शादी से उन्हें पलक तिवारी हुईं। इसके बाद एक्ट्रेस ने 2013 में को-स्टार अभिनव कोहली से शादी रचाई थी लेकिन ये शादी भी ठीक नहीं चली और दोनों ने 2019 में अलग होने का फैसला लिया। अब दो टूटी शादियों पर श्वेता तिवारी का दर्द छलका है। उन्होंने जिंदगी में कई मुश्किलें झेलीं है और हर परेशानी का डट कर सामना किया है। एक इंटरव्यू में इसका खुलासा खुद एक्ट्रेस ने किया है।
'कई बार मिल धोखे'
श्वेता तिवारी ने जिंदगी में बार-बार धोखा मिलने पर गलाटा इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा- "जब पहली बार किसी रिश्ते में धोखा मिलता है तो आप रोते हैं, टूट जाते हैं और सवाल करते हैं कि 'भगवान मेरे साथ ही क्यों?' आप खुद को सुलझाते हैं। जब दूसरी बार वही चीज होती है तो एहसास होता है कि इससे दर्द कभी खत्म नहीं होगा, ऐसा ही चलता रहेगा। जब तीसरी बार ऐसी चीजें होती हैं तो आपको इससे दर्द महसूस होना बंद हो जाता है। अब जब मेरे साथ कोई चीट करता है तो मैं किसी से शिकायत नहीं करती। मैं बस दूर हो जाती हूं।"
राजा चौधरी से तलाक में लगे 9 साल
राजा चौधरी से उलझे रिश्ते और इससे बाहर निकलने के लिए 9 साल लगने पर एक्ट्रेस ने कहा- "मेरे पूरे परिवार में किसी ने कभी लव मैरिज नहीं की थी, मैंने की। हमारे परिवार में जातिगत समस्याएं भी थीं, फिर भी मैंने इंटर-कास्ट मैरिज की। लोग मेरी मां को ताना मारते थे और मेरी शादी को जज करते थे। इसके बाद मैंने तलाक के लिए अर्जी दी। मेरे लिए ये मुश्किल था क्योंकि मुझे डर था कि पलक जब बड़ी होगी तब उसके पास एक पिता का साया नहीं होगा।"
उन्होंने आगे कहा- "लेकिन बाद में मुझे एहसास हुआ कि आपकी फैमिली केवल तब ही खुशहाल हो सकती है जब आप मानसिक तौर पर खुश हों। दो लोगों में उलझे रिश्तों के बीच बच्चों की परवरिश करना उनपर बहुत बुरा असर डाल सकता है। इसलिए जब दो लोग आपस में साथ नहीं रह सकते, तो उन्हें अलग होने का चयन करना करना चाहिए।"