Yoga for Mental Health : जैसे-जैसे घर-परिवार की जिम्मेदारियां बढ़ने लगती है या फिर ऑफिस के काम का तनाव बना रहता है। वैसे-वैसे कई बार मन में अशांति होने लगती है। जिंदगी की जद्दोजहद के बीच अगर आप मन को शांत रखना चाहते हैं तो योग आपकी मदद कर सकता है। भ्रामरी प्राणायाम और अनुलोम-विलोम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। ये दोनों योगासन (Yoga for Mental Health) न केवल मानसिक तनाव को कम करते हैं, बल्कि मस्तिष्क को ऊर्जावान और सक्रिय बनाए रखते हैं।
भ्रामरी प्राणायाम
- किसी शांत स्थान पर सुखासन में बैठ जाएं।
- अपनी आंखें बंद करें और गहरी सांस लें।
- दोनों हाथों की अंगुली से अपने कानों को बंद करें।
- मुंह को बंद रखते हुए गले से ‘ओम’ बोलने की कोशिश करें।
- इस प्रक्रिया को कम से कम 5-7 बार दोहराएं।
- भ्रामरी प्राणायाम मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है।
- रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
- क्रोध, घबराहट और चिड़चिड़ेपन को कम करता है।
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अनुलोम-विलोम
- सुखासन या पद्मासन में बैठ जाएं और पीठ सीधी रखें।
- दाएं हाथ के अंगूठे से दाएं नथुने को बंद करें और बाएं नथुने से गहरी सांस लें।
- अब इसको दूसरे तरफ से करें।
- फिर दाएं नथुने से सांस लें और बाएं नथुने से छोड़ें।
- इस प्रक्रिया को 10-15 मिनट तक दोहराएं।
- मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है।
- रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
- क्रोध, घबराहट और चिड़चिड़ेपन को कम करता है।
- ध्यान और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है।
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(Disclaimer) : ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, अगर स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत है तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही योग अभ्यास करें।