Yogasana For Spine: हमारे शरीर को सही आकार देने में रीढ़ की हड्डी का सबसे अहम योगदान होता है। हम कह सकते हैं कि हमारे पूरे शरीर का आधार रीढ़ की हड्डी है। लंबी उम्र तक स्वस्थ्य जीवन जीना है तो रीढ़ की हड्डी का मजबूत बने रहना बेहद जरूरी है। इसके लिए रोज कुछ योगासनों को किया जा सकता है। योगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूती देने का काम करते हैं।
हालांकि, योगासन का अभ्यास उपयुक्त प्रशिक्षक से सीखने के बाद ही किया जाना चाहिए, वरना इसके दुष्परिणाम भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं बैक बोन को मजबूती देने वाले चार योगासनों के बारे में।
4 योगासन बैक बोन बनाएंगे स्ट्रॉन्ग
बितिलासन (Bitilasana): यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने और रक्त संचार को बढ़ाने में मदद करता है। इसके लिए चारों पैरों पर आ जाएं, हाथ कंधों के नीचे और घुटने कूल्हों के नीचे रखें। सांस छोड़ते हुए, रीढ़ को ऊपर उठाएं, सिर को नीचे और पूंछ की हड्डी को ऊपर करते हुए बिल्ली की मुद्रा में आ जाएं। सांस भरते हुए, रीढ़ को नीचे झुकाएं, सिर को ऊपर और पूंछ की हड्डी को नीचे करते हुए गाय की मुद्रा में आ जाएं। 10-15 बार दोहराएं।
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भुजंगासन (Bhujangasana): यह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने, छाती को खोलने और पाचन में सुधार करने में मदद करता है। इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं, पैरों को सीधा रखें और माथे को जमीन पर रखें। सांस भरते हुए, छाती और सिर को ऊपर उठाएं, हथेलियों को जमीन पर दबाएं। कुछ देर रुकें, फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे नीचे आ जाएं। 10-15 बार दोहराएं।
शलभासन (Shalabhasana): यह आसन रीढ़ की हड्डी, पीठ और पैरों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके लिए पेट के बल लेट जाएं, पैरों को सीधा रखें और ठोड़ी को जमीन पर रखें। सांस भरते हुए, पैरों, हाथों और छाती को ऊपर उठाएं। कुछ देर रुकें, फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे नीचे आ जाएं।
10-15 बार दोहराएं।
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धनुरासन (Dhanurasana): यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने, पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने और पाचन में सुधार करने में मदद करता है। इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं, पैरों को सीधा रखें और हाथों को शरीर के बगल में रखें। सांस भरते हुए, घुटनों को मोड़ें और पैरों को पकड़ते हुए छाती और जांघों को ऊपर उठाएं। कुछ देर रुकें, फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे नीचे आ जाएं। 10-15 बार दोहराएं।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)