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Chaipatti purity Test: आप बेहद आसानी से असली और मिलावटी चायपत्ती में अंतर पहचान सकते हैं। जानते हैं प्योरिटी टेस्ट के 5 आसान तरीके।

Chaipatti purity Test: चाय हमारे देश की सबसे लोकप्रिय और रोजमर्रा की जाने वाली आदतों में से एक है। सुबह की शुरुआत हो या थकान भरे दिन के बाद का आराम, एक कप चाय हमारे मूड को तरोताज़ा कर देती है। मगर क्या आपने कभी सोचा है कि जो चाय हम हर दिन पीते हैं, वो शुद्ध है भी या नहीं? आज के दौर में मिलावटखोरी इतनी आम हो गई है कि खाने-पीने की हर चीज़ पर शक होने लगा है — और चायपत्ती भी इससे अछूती नहीं है।

मिलावटी चायपत्ती न केवल स्वाद और रंग में अंतर लाती है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक हो सकती है। बाजार में कई बार नकली रंग, पुराने पत्तों की धूल या पत्तियों में रासायनिक रंग मिलाकर चायपत्ती बेची जाती है, जिससे शरीर में ज़हर घुल सकता है। ऐसे में ज़रूरी है कि हम घर पर ही कुछ आसान तरीकों से चायपत्ती की शुद्धता की जांच करना सीखें। आइए जानते हैं मिलावटी चायपत्ती की पहचान करने के 5 सरल तरीके:

पानी में डालकर रंग देखें
एक पारदर्शी ग्लास में थोड़ा पानी लें और उसमें एक चुटकी चायपत्ती डालें। अगर पानी तुरंत काला या गाढ़ा भूरा रंग छोड़ने लगे, तो समझ लीजिए उसमें कृत्रिम रंग मिलाया गया है। असली चायपत्ती धीरे-धीरे रंग छोड़ती है, वह भी हल्के स्वरूप में।

ब्लॉटिंग पेपर टेस्ट (सफेद कागज़ पर रंग छोड़ना)
एक सफेद ब्लॉटिंग पेपर लें और उसमें थोड़ी सी गीली चायपत्ती मसलकर रखें। अगर पत्ती में मिलावटी रंग होगा, तो वह कागज़ पर रंग छोड़ देगी। शुद्ध चायपत्ती कोई दाग नहीं छोड़ेगी।

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स्वाद और खुशबू से पहचान
असली चायपत्ती का स्वाद हल्का कड़वा और खुशबू मिट्टी जैसी होती है। अगर चाय का स्वाद ज़रूरत से ज्यादा तेज़, तेज गंध वाला या कृत्रिम लगे, तो उसमें मिलावट हो सकती है।

हाथ से रगड़कर जांचें
थोड़ी सी चायपत्ती हथेली पर लेकर रगड़ें। अगर आपके हाथों पर रंग चिपकता है या रंगीन धूल लग जाती है, तो यह मिलावटी चायपत्ती का संकेत है। असली चायपत्ती बिना रंग छोड़े सूखी ही रहेगी।

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आयोडीन टेस्ट (स्टार्च मिलावट की पहचान)
एक कटोरी पानी में चायपत्ती डालकर कुछ देर बाद उसमें आयोडीन की कुछ बूँदें डालें। अगर पानी का रंग नीला हो जाए, तो इसका मतलब है कि उसमें स्टार्च मिलाया गया है। यह सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है।

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