Ways to Become Mentally Strong: हर कोई चाहता है कि वो एक ऐसी जिंदगी जिए जिसमें वह मेंटली स्ट्रॉन्ग हो और उसे किसी तरह का डर न रहे। हालांकि ज्यादातर लोग मेंटली स्ट्रॉन्ग न होने की वजह से लगातार परेशानियों से दो-चार होते रहते हैं। कुछ आसान तरीकों से खुद को मानसिक तौर पर मजबूत बनाया जा सकता है। इसके साथ ही अनजाना डर भी इन तरीकों से दूर होने लगेगा।
आपके अंदर का डर आपके सपनों को भी खत्म कर सकतहा है। लीवएंडलर्नकंसलटेंसी वेबसाइट के मुताबिक मेंटली स्ट्रॉन्ग होने का मतलब है कि हमारे इमोशनल विचारों और बॉडी के बीच ट्यूनिंग रहे और जिंदगी में ज्यादातर चीजों को पॉजिटिव नज़रिये से देखें।
मेंटली स्ट्रॉन्ग बनाने के 5 तरीके
इमोशन - हमारे मन में कई बार किसी चीज को लेकर ऐसे विचार आते हैं कि हम उस चीज के होने से पहले ही फाइनल रिजल्ट के बारे में सोच लेते हैं। जैसे कि अगर किसी ने सोच लिया कि मैं किसी काम में फेल हो जाऊंगा तो वह पहले से ही इस चीज को मान बैठा है, इसीलिए एंड रिजल्ट फेल के रूप में ही सामने आएगा। इसीलिए जरूरी है कि माइंड सेट को चेंज किया जाए और ये सोचा जाए कि मैं इस काम को करूंगा पास या फेल होना बाद की बात है।
नए लक्ष्य - निगेटिव इमोशन जैसे गुस्सा, एंजाइटी या दुखी होना, इनसे उबरने के लिए कई तरीके होते हैं, लेकिन ये मेथड कुछ वक्त तक ही अच्छा महसूस कराती हैं। ऐसे में जरूरी है कि सबसे पहले हम अपनी स्किल को पहचानें और फिर उसी के हिसाब से लॉन्ग टर्म स्ट्रेटेजी को डेवलप करें। इससे मेंटली स्ट्रॉन्ग बनने में मदद मिलेगी।
खुद खुश रहें - आप खुद को मेंटली स्ट्रॉन्ग बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले खुद को खुश रखने पर फोकस करें। दूसरे लोगों को खुश करने के लिए कॉन्प्रोमाइज़ करना बंद कर दें और अपने सपनों की तरफ दौड़ लगाएं। दूसरों को बुरा लग जाएगा, इस डर से आप खुद को पीछे कर लेते हैं और धीरे-धीरे ये आपको मानसिक तौर पर कमजोर बना देता है।
रिस्क लें - आप खुद को तब ही डेवलप कर सकते हैं जब कि आप रिस्क लेने की हिम्मत दिखाएं। चाहे वो आपकी वर्तमान नौकरी छोड़ने की बात हो या फिर कोई नया बिजनेस खोलने की चाहत या खराब हो चुकी रिलेशनशिप से ब्रेकअप। ऐसी चीजों में उठाई गई रिस्क आपको जिंदगी में नेक्स्ट लेवल पर लेकर जाएगी। इससे आपकी मानसिक मजबूती में भी इजाफा होगा।
गुजरा कल भूल जाएं - बहुत से लोग बीती बातों को याद करते रहते हैं, फिर वो चाहे कोई कमजोरी हो या फिर सफलता हासिल न कर पाने का दुख। अपने बीते वक्त को भूल जाएं, क्योंकि ये आपको मानसिक तौर पर कमजोर करेगा। भविष्य को देखें और नई सोच के साथ जिंदगी में आगे बढ़ें। इससे आपको मानसिक तौर पर मजबूती मिलेगी।