Jodhpur Popular Places: राजस्थान के बड़े शहरों में से एक है जोधपुर, जिसे 'ब्लू सिटी' के नाम से भी पहचाना जाता है। ये शहर अपने भीतर कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संजोया हुआ है। राजस्थान में वैसे तो घूमने के लिए कई पॉपुलर जगहें हैं, लेकिन जोधपुर की बात निराली है। आप यहां घूमने के लिए छोटी हॉलिडे ट्रिप प्लान कर सकते हैं। यह शहर अपने महलों, किलों और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है।
आप अगर परिवार के साथ कहीं छोटा वीकेंड ट्रिप प्लान करना चाहते हैं तो जोधपुर एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यहां घूमने पर आपको अपनी ट्रिप सफल होती नजर आएगी। जोधपूर में विजिट के दौरान 5 जगहों पर जरूर जाएं।
जोधपुर की 5 लोकप्रिय जगहें
मेहरानगढ़ किला: जोधपुर में स्थित मेहरागढ़ किला एक ऐतिहासिक किला है। यह किला 410 फीट ऊंची चट्टान पर बना है और यहां से पूरा शहर नजर आता है। मेहरानगढ़ किला 15वीं शताब्दी में बनाया गया था और यह राठौर राजपूत शासकों का निवास स्थान था।
किला 7 विशाल दरवाजों से घिरा हुआ है और इसमें कई महल, मंदिर और संग्रहालय हैं। किले में फतह महल, मोती महल, म्युजियम और शहीदों का स्मारक देखा जा सकता है।
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उम्मेद भवन पैलेस: यह एक भव्य महल है। यह दुनिया के सबसे बड़े निजी निवासों में से एक है और इसे "ब्लू सिटी" के नाम से जाना जाता है। इस भवन को जोधपुर के तत्कालीन महाराजा उम्मेद सिंह ने बनवाया था और से बनाने में 20 साल लगे थे।
महल 347 एकड़ के विशाल परिसर में फैला हुआ है और इसमें 347 कमरे, 22 भव्य हॉल, 7 लिफ्ट और एक भव्य दरबार हॉल है।
मांडोर गार्डन: जोधपुर से लगभग 9 किलोमीटर दूर मांडोर गार्डन स्थित है। ये एक खूबसूरत बगीचा है और यह मांडोर की प्राचीन राजधानी में स्थित है।
बगीचे में कई मंदिर, स्मारक हैं, जो इसे जोधपुर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक बनाता है। यहां का मांडोर मंदिर, राजाओं की छत्री, रानी का बाग देखने लायक स्थल हैं।
घंटाघर: जोधपुर शहर के केंद्र में घंटाघर स्थित है। यह घंटाघर 19वीं शताब्दी में बनाया गया था। घंटाघर सात मंजिला ऊंचा है और इसमें एक विशाल घंटा है जो हर घंटे बजता है।
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यह जगह शहर की पहचान है और यह पर्यटकों के बीच एक लोकप्रिय स्थान है। घंटाघर का निर्माण 1887 में महाराजा सरदार सिंह ने करवाया था।
जसवंत थड़ा: जसवंत थड़ा का निर्माण 1893 में महाराजा सरदार सिंह ने करवाया था। यह स्मारक संगमरमर से बना है और इसमें कई सुंदर नक्काशी और चित्र हैं।
स्मारक में महाराजा जसवंत सिंह द्वितीय की समाधि भी है। जसवंत थड़ा अपनी सुंदर वास्तुकला और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।