Karela Plantation: करेले की सब्जी में पोषक तत्वों का भंडार छिपा हुआ है। कई स्वास्थ्य समस्याओं में करेले का सेवन बेहद गुणकारी होता है। ताजी करेले की सब्जी का स्वाद बेहद लाजवाब होता है। आप अगर करेला खाना पसंद करते हैं और बागवानी का शौक भी रखते हैं तो करेले की बेल को अपने घर में आसानी से उगा सकते हैं। कुछ महीनों की देखरेख और साज-संभाल से ही करेले की बेल में ढेर सारे करेले नजर आने लगेंगे।
केरले को गमले में या फिर क्यारी में कही भी उगाया जा सकता है। इसे प्लांटेशन के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं पड़ती है। विंटर में करेला प्लांटेशन के बाद ज्यादा देखभाल की जरूरत पड़ती है। आइए जानते हैं घर में करेला उगाने का तरीका।
घर में करेला कैसे उगाएं?
सामग्री
करेले के बीज
गमला या कंटेनर
अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी
खाद
पानी का छिड़काव करने वाला उपकरण
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करेला उगाने की विधि
बीज तैयार करें: करेले के बीजों को एक दिन के लिए पानी में भिगो दें। इससे बीजों का अंकुरण जल्दी होगा।
गमला तैयार करें: गमले में अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी और खाद मिलाकर तैयार करें। मिट्टी को थोड़ा नम रखें।
बीज बोएं: भिगोए हुए बीजों को मिट्टी में लगभग 1 इंच की गहराई तक दबा दें।
धूप दें: गमले को ऐसी जगह रखें जहां उसे भरपूर धूप मिले।
पानी दें: मिट्टी को हमेशा नम रखें, लेकिन ज्यादा पानी न दें।
खाद दें: 15 दिन में एक बार पौधे को खाद दें।
सहारा दें: जब पौधा बड़ा हो जाए तो उसे किसी सहारे से बांध दें ताकि वह सीधा खड़ा रहे।
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कुछ महत्वपूर्ण बातें
करेले के पौधे को गर्म और धूप वाली जगह पर रखें।
मिट्टी में अच्छी निकासी होनी चाहिए ताकि पानी जमा न हो।
पौधे को नियमित रूप से कीटों से बचाएं।
करेले के पौधे को समय-समय पर छांटते रहें।
करेला कब तैयार होता है?
आमतौर पर करेले के पौधे को बीज बोने के 60-70 दिनों बाद तैयार होने में समय लगता है। जब करेले हरे और मोटे हो जाएं तो आप उन्हें तोड़कर खा सकते हैं।