How to Reduce Uric Acid: लैपटॉप और मोबाइल चलाते हुए आपकी उंगिलयों में दर्द होने लगा है तो इसे अनदेखा न करें। आजकल लोग घंटों तक मोबाइल और लैपटॉप चलाने में समय गुजारते हैं। इस दौरान कई बार उन्हें अपनी उंगलियों के जोड़ों में दर्द और जकड़न महसूस होती है। इसके पीछे शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ना हो सकता है।
यूरिक एसिड एक ऐसा तत्व है जो कि शरीर में अगर ज्यादा हो जाए तो कई समस्याएं पैदा कर सकता है। जोड़ों का दर्द, जकड़न इसमें मुख्य है। गठिया, रुमेटाइड अर्थराइटिस होने की बड़ी वजह हाई यूरिक एसिड का होना ही होता है।
यूरिक एसिड बढ़ना न करें अनदेखा
हमारी बॉडी में बनने वाला ज्यादातर यूरिक एसिड खून में मिल जाता है। इसके बाद किडनी इसे फिल्टर कर शरीर से बाहर कर देती है। शरीर में अगर जरूरत से ज्यादा यूरिक एसिड बनने लगे तो किडनी इसे पूरी तरह से फिल्टर नहीं कर पाती है और ये बॉडी के ज्वाइंट्स में जमा होने लगता है और इसके चलते गठिया जैसी गंभीर बीमारियां पैदा होने लगती हैं। जोड़ों में दर्द के लिए भी यूरिक एसिड का बढ़ना जिम्मेदार होता है।
घरेलू उपाय कम करेंगे यूरिक एसिड
आपके शरीर में यूरिक एसिड का लेवल कितना है इसे ब्लड टेस्ट के जरिये पता किया जा सकता है। यूरिक एसिड लेवल बढ़ने पर कुछ घरेलू उपाय कारगर हो सकते हैं। आइए इनके बारे में जानते हैं।
ऐपल विनेगर - ऐपल विनेगर यानी सेब का सिरका यूरिक एसिड को कम करने में मददगार हो सकता है। एनसीबीआई (NCBI) की रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका डालकर पीने से यूरिक एसिड को कम करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही दिन में कम से कम एक सेब जरूर खाएं।
अजवाइन के बीज - ओमेगा6 फैटी एसिड से भरपूर अजवाइन को खाने से भी यूरिक एसिड कम हो सकता है। इसके लिए सूखे अजवाइन के बीजों को फांककर ऊपर से पानी पी लें। अजवाइन किडनी फंक्शन को बेहतर बनाने के साथ ही खून को साफ करने का काम करता है। किडनी सही तरीके से काम करती है तो बॉडी में यूरिक एसिड जमने का रिस्क कम हो जाता है।
फाइबर रिच फूड - खून में अगर यूरिक एसिड का स्तर बढ़ गया है तो इसे कम करने के लिए हाई फाइबर फूड खाना लाभकारी होता है। एनसीबीआई की स्टडी के अनुसार हाई फाइबर फूड शरीर के अतिरिक्त यूरिक एसिड को अवशोषित करने का काम करते हैं। इससे यूरिक एसिड का लेवल कम करने में मदद मिलती है। आप डाइट में केला, बाजरा, जई जैसे हाई फाइबर फूड को खा सकते हैं।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)