Gardening Tips: यह सच है कि महानगरों और शहरों में रहने वाले 60 से 65 फीसदी लोग फ्लैट्स में या छोटे घरों में रहते हैं। इनमें चाहकर भी अपने गार्डनिंग के शौक को पूरा नहीं कर पाते। लेकिन एक दूसरे फैक्ट पर भी गौर करें। एम्सटर्डम, टोकियो और बॉन ऐसे शहर हैं जहां ज्यादातर लोग फ्लैट्स में रहते हैं। लेकिन इन तीनों शहरों की विशेषता यह है कि 90 फीसदी से ज्यादा घरों में ताजे, साफ-सथुरे और शुद्ध हवा देने वाले पौधे होते हैं। साथ ही ऐसी दर्जनों जड़ी-बूटियां और मौसमी सब्जियां भी ये लोग स्मार्ट तरीके से अपने इन फ्लैट में उगाते हैं, जिससे इनकी सेहत तो सही रहती ही है, इनकी जेब की सेहत भी सही रहती है। लेकिन हम हिंदुस्तानी आमतौर पर घर में बगिया यानी किचन गार्डन ना होने का रोना फ्लैट में रहने को लेकर रोते रहते हैं। अगर आप चाहें तो छोटी जगह में भी गार्डनिंग का अपना शौक पूरा कर सकती हैं।

गार्डन हरा-भरा रखने के तरीके:-

इनडोर गार्डनिंग के फायदे
एक जमाने में भले ही इनडोर गार्डन सिर्फ खूबसूरती का जरिया रहे हों, लेकिन आज बड़े शहरों में इंडोर गार्डनिंग काफी पसंद की जा रही है। इससे केवल घर खूबसूरत और हरा-भरा नहीं लगता है। यह हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। इससे घर की एयर क्वालिटी प्योर और अच्छी होती है। यह हमारी मेंटल हेल्थ के लिए भी अच्छी है। पश्चिमी देशों के कई मनोवैज्ञानिक लोगों को मेंटली हेल्दी रहने के लिए इनडोर गार्डनिंग करने की सलाह देते हैं। दरअसल, इंडोर गार्डनिंग से तनाव कम होता है, मूड बेहतर रहता है और पौधों के साथ बागवानी के बारे में नई बातें सीखने में मदद मिलती है।

इसे भी पढ़ें: Gardening Tips: पहली बार करने जा रहे हैं बागवानी, बरते ये सावधानियां, खूबसूरत पौधों से भर जाएगा गार्डन

इनडोर गार्डनिंग का मतलब घर के अंदर आप ड्राइंग रूम, लिविंग रूम और हॉल जैसी जगहों में पौधे रख सकती हैं। यहां आप ऐसे पौधों को लगाएं, जिन्हें धूप की जरूरत नहीं होती है। ऐरिका पाम और कई किस्म के स्नेक प्लांट्स, सबसे अच्छे इनडोर गार्डनिंग के प्लांट माने जाते हैं। इनकी वजह से कमरे के अंदर की हवा भी शुद्ध बनी रहती है।

बालकनी गार्डनिंग
अगर आप फ्लैट में रहती हैं तो आप इंडोर के साथ ही बालकनी गार्डनिंग भी कर सकती हैं। बालकनी गार्डनिंग के जरिए आप घर में ही ताजी हरी और ऑर्गेनिक सब्जियां उगा सकती हैं। इस तरह की गार्डनिंग में ज्यादा स्पेस की जरूरत भी नहीं होती है। बालकनी में गार्डनिंग करने से घर की बालकनी और भी खूबसूरत नजर आती है। इस गार्डनिंग में आप जैस्मिन, लैवेंडर, जेड प्लांट और पीस लिली जैसे पौधे लगा सकती हैं। बालकनी की रेलिंग के अलावा आप दीवार पर हुक लगाकर भी कुछ गमले टांग सकती हैं। लेकिन ध्यान रहे ये गमले बहुत भारी ना हों। आप दूसरों की सुरक्षा का भी ध्यान रखें। गमले बाहर की ओर यानी रोड या गली की तरफ ना हैंग करें।

इसे भी पढ़ें: Gardening Tips: गर्मी में हरा-भरा रखना चाहते हैं घर का गार्डन, 5 तरीके आज़माएं, नहीं होगा मौसम का असर

विंडोसिल गार्डनिंग
विंडोसिल गार्डनिंग एक नया ट्रेंड है। इसमें लोग घरों की रसोई में कुकिंग में इस्तेमाल होने वाली हर्ब और सब्जियों को खिड़कियों पर छोटे-छोटे गमले में उगाते हैं। इससे जहां रचनात्मक सुख मिलता है, वहीं धनिया, पालक, मेथी, पुदीना, बेबी चुकंदर जैसी सब्जियां उगाकर हम अपने किचेन बजट को भी काबू में रख पाते हैं। इस तरह एक छोटा-सा विंडोसिल गार्डन हमारे किचेन की खिड़की में ही बन सकता है।

ये तीन तरह की गार्डनिंग के तरीके आपको फ्लैट में रहते हुए भी बागवानी का सुख दे सकते हैं। इसलिए अगर आपने अब तक अपने फ्लैट में गार्डनिंग शुरू नहीं की है तो देर ना करें।