Gardening Tips: बारिश के दिनों में घर में कई तरह के पौधे उगाए जा सकते हैं। इन दिनों में कई तरह के मसालों के पौधे भी गमले में रोपे जा सकते हैं। इलायची, दालचीनी से लेकर धनिया बीज तक उगाए जाते हैं। राई का पौधा भी घर में आसानी से रोपा जा सकता है। थोड़ी सी देखभाल से ही राई को उगाया जा सकता है। आप गार्डनिंग का अगर शौक रखते हैं तो इस बार मानसून में राई का पौधा लगा सकते हैं।
राई का पौधा उगाने का तरीका
राई ठंडी जलवायु में अच्छी तरह से उगती है। राई को रेतीली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी पसंद है। मिट्टी अच्छी तरह से सूखा होनी चाहिए और जल निकासी अच्छी होनी चाहिए। राई की बुवाई का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से नवंबर के बीच होता है।
राई के बीजों को 2-3 सेमी गहराई और 10-15 सेमी की दूरी पर बोएं। बुवाई के बाद, मिट्टी को हल्का से दबा दें और थोड़ा पानी दें। राई को अंकुरण के लिए नियमित रूप से पानी की आवश्यकता होती है। इसके बाद, जब पौधे थोड़े बड़े हो जाएं, तो सिंचाई कम करें। मिट्टी को सूखने दें और फिर पानी दें।
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राई को अच्छी वृद्धि के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम की आवश्यकता होती है। आप बुवाई से पहले खेत में गोबर की खाद डाल सकते हैं। खरपतवारों को नियमित रूप से हटाते रहें। इससे मिट्टी में पोषक तत्वों का संरक्षण होता है और पौधों की अच्छी वृद्धि होती है।
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राई पर एफिड्स, टिड्डे और थ्रिप्स जैसे कीटों का हमला हो सकता है। इनसे बचाव के लिए आप जैविक कीटनाशकों का उपयोग कर सकते हैं। राई पर कवक रोग भी हो सकते हैं। इनसे बचाव के लिए आप फफूंदनाशकों का उपयोग कर सकते हैं। राई की कटाई फसल पकने के 80-90 दिन बाद की जाती है। कटाई के लिए, आप दरांती या हार्वेस्टर का उपयोग कर सकते हैं।