स्वास्थ्य का सही आकलन करना केवल बाहरी लक्षणों पर निर्भर नहीं करता, बल्कि शरीर और मन की स्थिति को समझने से होता है। कई बार हमें समझ नहीं आता कि, स्वस्थ्य रहने के लिए क्या किया जाए, जिससे हमे थकान महसूस न हो। आज हम इस विषय पर आपकी मदद करेंगे और 5 ऐसी बातें बताएंगे, ताकी आप पता लगा सकें कि, आखिर स्वस्थ हैं या नहीं। 

थकान

स्वस्थ व्यक्ति में पर्याप्त ऊर्जा होती है। अगर आप दिनभर ऊर्जावान महसूस करते हैं और बिना थके काम कर सकते हैं, तो यह एक संकेत है कि आपका शरीर स्वस्थ है। लेकिन अगर आप थोड़े से काम के बाद ही थक जाते हैं या दिनभर थकान महसूस करते हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी स्वास्थ्य स्थिति सही नहीं है। लगातार थकान के पीछे खराब आहार, पूरी नींद न लेना या शारीरिक गतिविधि की कमी हो सकती है।

स्वस्थ त्वचा और बाल

अगर आपकी त्वचा साफ, चमकदार और बिना मुंहासों के है, तो यह शरीर में पोषक तत्वों के संतुलन और हाइड्रेशन का संकेत हो सकता है। बालों का घना और मजबूत होना भी शरीर में विटामिन और मिनरल्स को दर्शाता है। वहीं दूसरी तरफ, अगर आपकी त्वचा रूखी, पपड़ीदार, या बाल टूटने और गिरने लगे हैं, तो यह पोषण की कमी या किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।

भूख और पाचन की स्थिति

एक स्वस्थ व्यक्ति की भूख सामान्य होती है, और उसका पाचन तंत्र सही तरीके से काम करता है। अगर आपको नियमित रूप से भूख लगती है और आप जो खाना खाते हैं, वह सही तरीके से पचता है, तो यह भी एक स्वस्थ्य संकेत है। अगर बार-बार पेट दर्द, गैस, या कब्ज जैसी समस्याएं हों, तो यह आहार में असंतुलन या पाचन संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकता है। 

नींद की गुणवत्ता

एक स्वस्थ व्यक्ति को रात में 6-8 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है। अगर आप बिना किसी परेशानी के सोते हैं और सुबह उठने पर ताजगी महसूस करते हैं, तो यह संकेत है कि आपका शरीर और मस्तिष्क अच्छी स्थिति में हैं। अगर आपको नींद न आने की समस्या है, रात में बार-बार जागना पड़ता है, या सुबह उठते ही थकान महसूस होती है, तो यह किसी तनाव, चिंता का कारण हो सकता है।

मनोवैज्ञानिक स्थिति 

शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी बेहद महत्वपूर्ण है। अगर आप मानसिक रूप से खुश, शांत और स्थिर महसूस करते हैं, तो यह भी अच्छे स्वास्थ्य का संकेत है। नियमित तनाव, चिंता, या अवसाद के लक्षण स्वस्थ जीवनशैली के प्रति सतर्कता की आवश्यकता को दर्शाते हैं। मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए ध्यान, योग और खुलकर बातचीत करना बेहद फायदेमंद हो सकता है।