Potato Peels Fertilizer: पेड़-पौधों के लिए कैमिकलयुक्त खाद के बजाय नेचुरल तरीके से बनायी गई खाद ज्यादा फायदेमंद होती है। घर से निकली सब्जियों और गीले कचरे से बेहतरीन खाद तैयार हो सकती है जो पौधों की ग्रोथ को तेजी से बढ़ाती है। इसी तरह आलू के छिलके से तैयार की जाने वाली खाद भी पौधों को तेजी से बढ़ाने में काफी असरदार होती है।
आलू के छिलके को अक्सर फेंक दिया जाता है, लेकिन आप चाहें तो इनसे बेहतरीन खाद तैयार कर सकते हैं। घर पर की जाने वाली बागवानी में इस खाद का प्रयोग किया जा सकता है। यह न केवल आपके पौधों के लिए पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत है, बल्कि यह आपके घर से निकलने वाले कचरे की मात्रा को भी कम करता है।
आलू के छिलके से खाद बनाने के तरीके
कंपोस्ट ढेर में डालें: आलू के छिलकों को छोटे टुकड़ों में काटकर कंपोस्ट ढेर में डालें। अन्य कार्बनिक पदार्थों जैसे कि सूखे पत्ते, घास की कतरन आदि के साथ मिलाएं।
कंपोस्ट बिन में डालें: यदि आपके पास कंपोस्ट बिन है, तो आप आलू के छिलकों को सीधे उसमें डाल सकते हैं।
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वर्म कंपोस्टिंग: आप आलू के छिलकों को वर्म कंपोस्टिंग के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
आलू के छिलके से खाद बनाने के फायदे
पौधों के लिए पोषक तत्व: आलू के छिलकों में पोटेशियम, फास्फोरस और अन्य खनिज होते हैं जो पौधों के विकास के लिए आवश्यक होते हैं।
मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार: आलू के छिलके मिट्टी की संरचना में सुधार करते हैं और इसे अधिक उपजाऊ बनाते हैं।
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कंपोस्टिंग प्रक्रिया को तेज करता है: आलू के छिलके में नमी होती है जो कंपोस्टिंग प्रक्रिया को तेज करती है।
पर्यावरण-हितैषी: आलू के छिलकों को खाद बनाकर आप लैंडफिल में जाने वाले कचरे की मात्रा को कम करते हैं।
कुछ महत्वपूर्ण बातें
खाद में डालने से पहले आलू के छिलकों को अच्छी तरह धो लें। छिलकों को छोटे टुकड़ों में काटने से कंपोस्टिंग प्रक्रिया तेजी से होती है। आलू के छिलकों को अकेले खाद में न डालें। अन्य कार्बनिक पदार्थों के साथ मिलाएं ताकि कार्बन और नाइट्रोजन का सही अनुपात बना रहे। कंपोस्ट ढेर को हमेशा नम रखें।