How to Manage Migraine: मौसम में बदलाव के चलते सिरदर्द होना एक आम समस्या है, लेकिन अगर आपको माइग्रेन की समस्या है तो सीजनल चेंजेस कई परेशानियां खड़ी कर सकते हैं। सर्दी के मौसम में माइग्रेन की परेशानी काफी ट्रिगर कर सकती है। माइग्रेन एक ऐसी हेल्थ कंडीशन होती है, जिसमें सिर के एक हिस्से में काफी तेज़ दर्द होने लगता है। ये काफी असहनीय हो जाती है और कई बार तो डॉक्टर से मेडिकेशन लेना जरूरी हो जाता है।
बता दें कि माइग्रेन एक ऐसी हेल्थ प्रॉब्लम है जिसका अब तक कोई ठोस इलाज नहीं मिला है। सर्दियों में माइग्रेन का दर्द बढ़ने का रिस्क बढ़ जाता है। ऐसे में इसे मैनेज करना बेहद जरूरी हो जाता है। मायोक्लीनिक के मुताबिक माइग्रेन में उल्टी, आवाज को लेकर सेंसिटिविटी, मितली जैसी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। आइए जानते हैं माइग्रेन को मैनेज करने के तरीके।
माइग्रेन मैनेज करने के टिप्स
- माइग्रेन की समस्या जिन लोगों को होती है, उन्हें इस दर्द के उठने के कुछ पहले से ही कुछ संकेत नजर आने लगते हैं। जैसे ही आपको ऐसे लक्षण दिखाई दें, तुरंत सतर्क हो जाएं और खुद को ऐसी चीजों से दूर कर लें जिससे माइग्रेन ट्रिगर हो रहा हो। शांत जगह पर रहें और अंधेरे और पीसफुल रुम में कुछ देर सो जाएं।
- माइग्रेन की समस्याग्रस्त लोगों को अपनी डाइट का विशेष ख्याल रखना चाहिए। हेल्दी फूड के साथ सीजनल वेजिटेबल्स, फ्रूट्स, साबुत अनाज आदि को डाइट में शामिल करें। ज्यादा तेल, नमक, मिर्च, प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं।
- माइग्रेन की समस्या में रेगुलर हेल्दी फूड लेना जरूरी है। अपने खाने को स्किप न करें और तय समय पर ही खाना खाएं। ज्यादा देर से या किसी भी वक्त खाने से बचें। अपने शरीर को हाइड्रेट बनाए रखें।
- माइग्रेन की समस्या न उभरे, इसके लिए जरूरी है कि अपनी पर्याप्त नींद लें। रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लें, जिससे मौसम के बदलाव के बावजूद भी माइग्रेन का दर्द न उभरे।
- माइग्रेन की समस्या से पीड़ित लोगों को स्ट्रेस का मैनेजमेंट सीखना भी जरूरी है। इसके लिए मेडिटेशन, योग, सांसों से जुड़ी एक्सरसाइज़ को रूटीन में शामिल करें। रोजाना थोड़ी देर कसरत जरूर करें।
- माइग्रेन की समस्या अगर ज्यादा बढ़ जाए तो अपने डॉक्टर को दिखाकर सही मेडिकेशन लेना जरूरी होता है। इसके लिए दर्द कब हुआ, कितनी देर तक हुआ, क्या लक्षण रहे, ऐसी सभी जरूरी बातें डॉक्टर से जरूर साझा करें।