Raat Rani Plantation: रात रानी (Cestrum nocturnum) एक सुगंधित फूल देने वाला पौधा है, जो रात के समय अपनी भीनी-भीनी खुशबू फैलाता है। इसे नाइट जैस्मिन या रात की रानी भी कहा जाता है। यह पौधा बगीचे, गमले या बालकनी में आसानी से उगाया जा सकता है और इसकी देखभाल भी अधिक कठिन नहीं होती। अगर आप अपने घर या गार्डन में इस सुगंधित पौधे को उगाना चाहते हैं, तो इसकी सही विधि और देखभाल के बारे में जानना जरूरी है।
रात रानी का पौधा बेहद खुशबूदार होता है और इसकी महक दूर तक जाती है। आप चाहें तो आसानी से अपने घर के बगीचे में या गमले में रात रानी के पौधे को प्लांट कर सकते हैं। आइए जानते हैं रात रानी का पौधा उगाने के टिप्स।
रात रानी का पौधा 2 तरीके से उगाएं
कटिंग (कलम) से उगाना
रात रानी को सबसे आसान और तेज़ तरीका कटिंग (स्टेम से) द्वारा उगाना है।
सही कटिंग चुनें
स्वस्थ और मजबूत रात रानी के पौधे से 5-7 इंच लंबी टहनी काटें।
इसमें कम से कम 2-3 नोड्स (पत्तियां निकलने की जगह) होनी चाहिए।
कटिंग के निचले हिस्से की पत्तियां हटा दें और केवल ऊपरी 2-3 पत्तियां छोड़ दें।
कटिंग को रोपण के लिए तैयार करें
कटिंग के निचले सिरे को पानी में भिगोकर 2-3 घंटे के लिए रख दें।
अगर संभव हो, तो इसे रूटिंग हॉर्मोन (जड़ें उगाने वाले पाउडर) में डुबोकर लगाएं, जिससे जड़ें जल्दी निकलेंगी।
गमले या जमीन में लगाएं
एक गमला (12-15 इंच गहरा) लें या इसे सीधे मिट्टी में लगाएं।
मिट्टी में 2-3 इंच गहरा गड्ढा करें और कटिंग को उसमें लगा दें।
हल्का पानी दें और छायादार जगह पर रखें जब तक नई पत्तियां न आ जाएं।
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पानी और देखभाल करें
मिट्टी को हल्का नम रखें, लेकिन अत्यधिक पानी न डालें।
2-3 हफ्तों में नई जड़ें आ जाएंगी और पौधा तेजी से बढ़ने लगेगा।
बीज से उगाना
बीज से रात रानी उगाना थोड़ा अधिक समय लेता है, लेकिन यह भी संभव है।
बीज तैयार करें
रात रानी के सूखे फूलों से बीज निकालें।
बीजों को 4-5 घंटे तक पानी में भिगोकर रखें, जिससे अंकुरण तेज हो।
मिट्टी तैयार करें
बीज लगाने के लिए अच्छी तरह से मिश्रित मिट्टी लें, जिसमें बालू, खाद और सामान्य गार्डन सॉयल हो।
गमले में मिट्टी भरकर हल्की सिंचाई करें।
बीज बोना और देखभाल करना
बीजों को मिट्टी में 1 इंच गहरा दबाएं और हल्की मिट्टी ऊपर डालें।
रोजाना हल्का पानी दें और गमले को छायादार जगह पर रखें।
15-20 दिनों में छोटे पौधे उगने लगेंगे।
रात रानी के पौधे के लिए आवश्यक देखभाल
मिट्टी
यह पौधा अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में जल्दी बढ़ता है।
मिट्टी में जैविक खाद मिलाने से पौधा तेजी से बढ़ता है।
रेतीली और थोड़ी अम्लीय मिट्टी इस पौधे के लिए उत्तम होती है।
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धूप और स्थान
रात रानी को 6-8 घंटे की धूप की जरूरत होती है।
यदि इसे गमले में उगा रहे हैं, तो इसे ऐसी जगह रखें जहां आंशिक छाया हो।
बहुत तेज़ गर्मी या ठंड से बचाने के लिए इसे हल्की छाया में रखा जा सकता है।
पानी देना
नियमित रूप से पानी दें, लेकिन मिट्टी को बहुत ज्यादा गीला न करें।
गर्मियों में पानी की मात्रा बढ़ा दें और सर्दियों में कम करें।
जब मिट्टी का ऊपरी हिस्सा सूखा लगे, तभी पानी डालें।
खाद और पोषण
महीने में एक बार जैविक खाद (गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट) डालें।
फूलों की अच्छी ग्रोथ के लिए पोटाश और फॉस्फोरस युक्त खाद का प्रयोग करें।
ज्यादा नाइट्रोजन वाली खाद से बचें, क्योंकि इससे पत्तियां तो बढ़ेंगी लेकिन फूल कम आएंगे।
कीट और रोग नियंत्रण
रात रानी पर कभी-कभी एफिड्स (हरे कीड़े) और माइलबग्स का अटैक हो सकता है।
नीम का तेल या साबुन वाला पानी स्प्रे करने से कीटों से बचाव किया जा सकता है।
पत्तियों को समय-समय पर साफ करें और पौधे की नियमित कटाई करें।
रात रानी के पौधे को अधिक फूलने के टिप्स
कटाई-छंटाई (Pruning): हर 3-4 महीने में पुरानी टहनियों को काट दें, इससे नई शाखाएं तेजी से बढ़ेंगी और ज्यादा फूल आएंगे।
सही उर्वरक: हर महीने पोटाश और फॉस्फोरस युक्त उर्वरक डालें ताकि फूल अच्छी मात्रा में खिलें।
सूरज की रोशनी: पौधे को पर्याप्त धूप मिलने से फूलों की संख्या अधिक होती है।
सही मौसम: गर्मियों और मॉनसून में पौधे की ग्रोथ तेजी से होती है, इसलिए इस समय खाद और पानी का विशेष ध्यान दें।
रात रानी के फायदे
- सुगंधित वातावरण: रात में इसकी मीठी खुशबू पूरे घर और बगीचे को महकाती है।
- कम रखरखाव: यह पौधा बहुत अधिक देखभाल की मांग नहीं करता।
- मच्छरों को दूर भगाने वाला: इसकी खुशबू मच्छरों को दूर रखने में सहायक होती है।
- दवा के रूप में उपयोग: आयुर्वेद में रात रानी के पत्तों का उपयोग दर्द और सूजन को कम करने के लिए किया जाता है।