Jaggery Types: सर्दियों के मौसम में घरों में गुड़ का सेवन शुरू हो जाता है। खाने के साथ या फिर चाय में गुड़ का इस्तेमाल होने लगता है। गुड़ की तासीर गर्म होती है और इसमें कई पोषक तत्व होते हैं जो कि शरीर को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। आमतौर पर गुड़ को गन्ने के रस से तैयार किया जाता है, लेकिन इसके अलावा भी गुड़ बनाया जाता है। नारियल और खजूर से भी गुड़ बनाया जाता है जो कि काफी पौष्टिक होता है। आइए जानते हैं कितने तरह के गुड़ होते हैं और इनके सेहत से जुड़े फायदे।
गुड़ में विटामिन, मिनरल्स का भंडार पाया जाता है। एग्रोटेक्नालॉजी की खबर के मुताबिक गुड़ में आयरन, जिंक, कैल्शियम, फॉस्फोरस और कैल्शियम भी काफी पाया जाता है।
गुड़ के प्रकार
गन्ने का गुड़ - हमारे यहां सबसे ज्यादा गन्ने के रस से बना गुड़ खाया जाता है। इस गुड़ की बनावट और स्वाद एकदम जुदा होता है। इसमें ढेरों पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि हेल्दी रखने में मदद करते हैं। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नालॉजी इन्फॉर्मेशन की स्टडी के अनुसार गन्ने से बने गुड़ में आयरन काफी मात्रा में होता है जो कि एनीमिया जैसी समस्याओं से बचा सकता है। ये इम्यूनिटी बूस्ट करने मं भी मदद करता है।
नारियल का गुड़ - गन्ने के रस के अलावा नारियल से भी गुड़ तैयार किया जाता और इसे साउथ इंडिया में ज्यादा खाया जाता है। नारियल से बने गुड़ में भी कई तरह के मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन मौजूद होते हैं। नारियल का गुड़ अनफर्मेटेड रस से तैयार किया जाता है, इसके क्रिस्टलाइन फॉर्म की वजह से यह गुड़ थोड़ा ज्यादा सख्त होता है। इसे खाने से सर्दी, जुकाम में राहत मिलती है और नारियल का गुड़ ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल करता है।
खजूर का गुड़ - सर्दियों में खजूर काफी खाए जाते हैं। झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में खजूर से बना गुड़ भी काफी लोकप्रिय है। इसकी खजूर गुड़ या पाताली गुड़ के नाम से भी पहचान है। इसे खजूर के पेड़ों के अर्क से तैयार किया जाता है। इसमें नेचुरल स्वीटनर मौजूद होता है जो एनर्जी बूस्टर है। इसमें मौजूद फाइबर डाइजेशन को बेहतर बनाता है।