saffron Night Cream DIY: केसर (Saffron) और एलोवेरा (Aloe Vera) का हमारे यहां सदियों से घरेलू नुस्खों में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इनमें मौजूद औषधीय गुण इन्हें काफी खास बनाते हैं। पारंपरिक तौर पर इन्हें स्किन के लिए काफी फायदेमंद मानते हुए कई तरह की क्रीम में इनका उपयोग होता है। क्या केसर और एलोवेरा वाकई में त्वचा को चमकदार और मुलायम बना देते हैं। इसे लेकर डर्मेटोलॉजिस्ट का क्या कहना है और केसर-एलोवेरा नाइट क्रीम कैसे तैयार किया जा सकता है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
केसर-एलोवेरा नाइट क्रीम बनाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक यूजर अकाउंट (kitchen_maan) से इसकी रेसिपी शेयर की गई है। आइए जानते हैं इसे बनाने का तरीका।
केसर-एलोवेरा नाइट क्रीम के लिए सामग्री
केसर धागे
एलोवेरा जेल - 2 चम्मच
विटामिन ई कैप्सूल - 2
बादाम तेल - 1 चम्मच
रोज़ वाटर - कुछ बूंदें
केसर-एलोवेरा नाइटक्रीम बनाने का तरीका
- एक टीशू पेपर पर कुछ केसर के धागे रखें और पेपर को रैप कर तवे पर 1 मिनट तक सेकें।
- अब एक छोटी सी बॉटल में केसर के धागों को ट्रांसफर कर दें।
- बॉटल में इसके बाद 2 चम्मच ताजा एलोवेरा जेल मिलाएं।
- अब 2 विटामिन ई कैप्सूल को बॉटल में डालें।
- इसके बाद 1 चम्मच बादाम तेल मिलाएं।
- आखिर में रोज़ वाटर की कुछ बूंदें डालने के साथ अच्छी तरह मिक्स करें।
क्या कहते हैं डर्मेटोलॉजिस्ट
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट एंड डर्मेटो सर्जन डॉ. रिंकी कपूर कहती हैं कि प्रोडक्ट का इफेक्ट अलग-अलग यूजर्स के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है। इसके लिए हर इंडिविजुअल की स्किन टाइप और सेंसिटिविटी को जानना जरूरी होता है। 'केसर नाइट क्रीम के सही प्रभाव का पता लगाने के लिए भरोसेमंद सोर्सेस या यूजर्स की एक जैसी स्किन समस्याओं पर रिव्यू लेना जरूरी है। ये चेक करें कि प्रोडक्ट में मिली सामग्री आपकी स्किन की जरूरतों से मेल खाती है या नहीं।'
डॉ. कपूर आगे कहती हैं कि स्किन केयर रिजल्ट्स को सामने आने में कुछ वक्त लगता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए कंसिस्टेंसी का होना जरूरी है। आपको अगर कोई खास स्किन से जुड़ी परेशानी है या कंडीशन है तो ऐसे में व्यक्तिगत तौर पर डर्मेटोलॉजिस्ट से मिलकर सलाह लेना चाहिए।
कुल मिलाकर किसी भी स्किन केयर प्रोडक्ट का सही प्रभाव जानने के लिए कई चीजों पर निर्भर रहना जरूरी है। जैसे - रिसर्च, जानकारी इकट्ठी करना और आपकी स्किन की जरूरतों के मुताबिक निर्णय लेना।