Teenagers Mental Health: ज्यादा भाई-बहन होने का मतलब जीवन की मुश्किलों में एक दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहना। हालांकि टीनएजर्स के लिए ज्यादा भाई-बहनों का होना मुसीबत का सबब हो सकता है। ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि हाल ही में हुई एक स्टडी में ये बात सामने आई है। स्टडी में पाया गया कि ज्यादा भाई बहन होने की स्थिति में टीनएजर्स ज्यादा खुश नहीं रह पाते हैं और उनकी मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ता है। 

19 हजार से ज्यादा बच्चों पर हुई स्टडी
टीनएजर्स बच्चों की मेंटल हेल्थ का स्टेटस जानने के लिए ये स्टडी यूएस और चीन के सेकंडरी स्कूल के छात्रों पर की गई थी। स्टडी में पाया गया कि बड़े परिवार वाले बच्चों की मेंटल हेल्थ छोटे परिवारों के बच्चों के मुकाबले कमतर थी। स्टडी में यूएस के आठवीं क्लास के 9100 छात्रों को रखा गया था, वहीं चीन के 9400 बच्चों को शामिल किया गया। 

स्टडी में ये सामने आया कि जिन परिवारों में कई बच्चे एक-एक साल के अंतर से पैदा हुए थे, उनका मानसिक स्वास्थ्य ज्यादा प्रभावित था। इसके पूर्व हुई स्टडीज में मिले जुले परिणाम सामने आए थे। ये स्टडी जरनल ऑफ फैमिली इशूज में प्रकाशित की गई थी। यूएस के बच्चों में पाया गया कि जिनके ज्यादा भाई बहन थे उनकी मेंटल हेल्थ ज्यादा प्रभावित थी। 

भाई या बहन बड़े होने पर मानसिक हेल्थ ज्यादा प्रभावित नजर आई।  रिसर्चर्स ने निष्कर्ष निकाला की ज्यादा बच्चे होने पर उनके बीच पैरेंटल रिसोर्सेस बंट जाते हैं, जिससे सभी बच्चों को कम अटेंशन मिलता है। इसका असर मानसिक स्वास्थ्य पर होता है। जिन बच्चों की मेंटल हेल्थ बढ़िया पाई गई, वे उन परिवारों से आते थे जिन्हें सोशियोइकोनॉमिक एडवांटेज था और वे सिंगल चाइल्ड फैमिली से ताल्लुक रखते थे। ये स्थिति यूएस और चीन दोनों ही देशों में दिखी।