Time Management: इस आधुनिक जीवनशैली में घर और करियर के बीच संतुलन बनाए रखना एक चैलेंज है। क्योंकि वर्किंग वूमेन को प्रोफेशनल और पर्सनल दोनों ही लाइफ के बीच एक बैलेंस बनाना होता है। एक तरफ करियर की, तो दूसरी तरफ परिवार की जिम्मेदारियां होती हैं। सवाल यह हैं कि दोनों के बीच जिम्मेदारियां कैसे बैलेंस बनाकर निभाई जाएं, जानें-
समय प्रबंधन है महत्वपूर्ण
समय एक सीमित संसाधन है। हर किसी के पास दिन में चौबीस घंटे होते हैं, लेकिन सफल इंसान वही है, जो समय प्रबंधन द्वारा समय का सदुपयोग कर ले। समय प्रबंधन सिर्फ एक तकनीक नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है, जो जीवन को बेहतर और उत्पादक बनाती है। समय के सही उपयोग से न केवल आप अपने काम को कुशलता से करते हुए प्रगति कर सकती हैं, बल्कि अपनी फैमिली और पर्सनल लाइफ को बेहतर ढंग से संभाल भी सकती हैं।
समय प्रबंधन से तनाव में कमी
जब आप अपने काम और जीवन के बीच संतुलन बना लेते हैं, तो तनाव स्वाभाविक रूप से कम हो जाता है। सही ढंग से योजना बनाकर आप प्राथमिकता के आधार पर कम समय में अधिक कार्य कर सकते हैं। इससे फैमिली और ऑफिस वर्क के बीच एक तालमेल बैठेगा, आपके अपने कुलीग्स और फैमिली मेंबर के साथ संबंध मधुर और मजबूत रहेंगे।
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समय प्रबंधन के तरीके
इसमें कोई दो राय नहीं कि समय प्रबंधन यानी टाइम मैनेजमेंट से हम अपनी जिंदगी बहुत व्यवस्थित ढंग से जीते हुए सफलता की राह बना सकते हैं। लेकिन समय प्रबंधन किया कैसे जाए, इसके क्या तरीके हैं, यह जानना जरूरी है।
प्राथमिकताएं तय करके बनाएं योजना
एक अच्छे समय प्रबंधन के लिए सही प्राथमिकताएं तय करना जरूरी है। सबसे पहले महत्वपूर्ण और जरूरी कार्यों को पूरा करें। कई ऐसे कार्य होते हैं, जिन्हें तुरंत पूरा करना जरूरी होता है। इसके बाद अन्य जरूरी कार्य भी पूरे करें। ये कार्य दीर्घकालिक लक्ष्यों से जुड़े होते हैं। इन कार्यों पर ध्यान दें। उक्त कार्यों को करने के लिए योजना बनाना भी जरूरी है। इसके लिए सबसे पहले डेली और वीकली ‘टू डू’ लिस्ट बनाएं। इसके बाद महत्वपूर्ण कार्यों को दिन के शुरुआती घंटों में शेड्यूल करें, साथ ही हर सप्ताह की शुरुआत में सप्ताह का लक्ष्य तय करें, उसी के अनुसार अपने कार्यों को विभाजित कर उन्हें पूरा करें।
स्पष्ट सीमाएं निर्धारित करें
यह बहुत जरूरी है कि हम फैमिली और करियर के बीच सीमाएं स्पष्ट करें। अपने काम के घंटों के दौरान, दिमाग को पूरी तरह से अपने काम पर केंद्रित करें। ध्यान रखें कि घर के समय में, ऑफिस से संबंधित कामों को दूर रखें। इससे परिवार को भी आपके समय का पूरा लाभ और आनंद दोनों मिल सकेगा।
प्रभावी संचार करें
संपूर्णता के साथ ऑफिस वर्क और घर के कामों दोनों का प्रबंधन करने के लिए प्रभावी संचार महत्वपूर्ण है। ऑफिस में अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट करें ताकि आपके सहकर्मी और वरिष्ठ अधिकारी आपके समय का सम्मान करें। घर में परिवार के सदस्यों से अपनी आवश्यकताओं के बारे में खुलकर बात करें, प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ की आवश्यकताओं को सभी के सामने स्पष्ट करने से किसी भी तरह के तनाव, उलझन से बचा जा सकता है।
तकनीकी साधनों का करें उपयोग
आज के दौर में समय प्रबंधन के लिए कई तकनीकी साधन उपलब्ध हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं। जैसे कि प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टूल्स का उपयोग करें ताकि कार्यों को ट्रैक किया जा सके। कैलेंडर एप्स में अपने कार्यों को शेड्यूल करें ताकि आप समय पर अपने काम पूरा कर सकें। पॉमोडोरो तकनीक का उपयोग करें, इस तकनीक में 25 मिनट का काम और 5 मिनट का ब्रेक होता है। इस तकनीक से एकाग्रता बढ़ती है, थकान नहीं रहती है।
समयानुसार कार्य को विभाजित करें
किसी भी कार्य को सही ढंग से करने के लिए जरूरी है कि आप उसमें लगने वाले समय को मापें और उसका विभाजन करें। बड़े कार्यों को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटें ताकि उन्हें आसानी से पूरा किया जा सके। डेडलाइन तय करें ताकि आप अपने लक्ष्यों को समय पर प्राप्त कर सकें। हर दिन की शुरुआत में 10 मिनट निकालें और यह तय करें कि आपको पूरे दिन में कौन-कौन से काम जरूर पूरे करने हैं।
परिवार को साझेदार बनाएं
समय प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, घर के कार्यों में परिवार के सदस्यों की साझेदारी हो। इसके लिए अपने पति और बच्चों को घरेलू कार्यों में शामिल करें, ताकि आप परिवार के साथ ऑफिस के कामों को भी बेहतर ढंग से कर सकें। हफ्ते में एक बार परिवार के साथ साप्ताहिक बैठक करें, इससे आप परिवार की जरूरतों और कार्यों को समझ सकेंगी। इन्हें सही ढंग से पूरा कर सकेंगी।
अपनी शारीरिक-मानसिक स्थिति का ध्यान रखें
अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी बहुत ही महत्वपूर्ण। अपनी शारीरिक और मानसिक स्थिति को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें, चाहे वह सुबह की सैर हो या जिम की कसरत हो। साथ ही रोजाना ध्यान करें ताकि मानसिक शांति बनी रहे और आप अधिक एकाग्र रह सकें। घर में स्वस्थ खान-पान अपनाएं और पर्याप्त पानी पिएं ताकि शरीर में ऊर्जा बनी रहे। ये बातें अमल में लाकर आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर कर सकती हैं।
मल्टीटास्किंग से बचें
कुछ लोगों की आदत होती है एक साथ ही कई काम करते हैं। मल्टीटास्किंग से इन्हें लगता है कि वे अधिक काम कर रहे हैं, लेकिन इससे ध्यान भटक सकता है और काम की गुणवत्ता कम हो सकती है। मल्टीटास्किंग के बजाय एक बार में एक कार्य पर ध्यान दें, उसे समय से पूरा करें, फिर दूसरे कार्य करें। इसके साथ टाइम ब्लॉकिंग तकनीक का उपयोग करें। मतलब हर काम के लिए एक टाइम स्लॉट निर्धारित करें और उसी के आधार पर अपना काम करें।
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उत्पादकता बढ़ाने के उपाय अपनाएं
उत्पादकता बढ़ाने के लिए कुछ छोटे-छोटे उपाय भी बहुत कारगर होते हैं। जैसे कि ई-मेल चेकिंग और सोशल मीडिया का समय सीमित करें ताकि यह आपके काम को बाधित न करे। साथ ही जब भी काम कर रही हों तो काम के बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लें, इससे आपका मस्तिष्क ताजगी महसूस करेगा। इसके अतिरिक्त आपका अपने ऑफिस को साफ और व्यवस्थित रखना भी जरूरी है, इससे आपको अपना काम करने में सुकून महसूस होगा।
असफलताओं से सबक लें
कभी-कभी योजनाएं विफल हो जाती हैं। यह जरूरी है कि आप असफलताओं से सीखें और अपनी रणनीतियों में सुधार लाएं। अगर आपकी कोई योजना सही साबित नहीं हो रही है तो उसका विवेचना करें कि कहां गलती हुई है फिर अपनी गलतियों को सुधार कर एक नई योजना बनाएं। उसके बाद उस पर काम करें। इस बीच आप फ्लेक्सिबल रहें और अपनी कार्यशैली को बदलने के लिए तैयार रहें। साथ ही समय-समय पर अपनी योजनाओं की समीक्षा करें और देखें कि क्या काम सही से हो रहा है और क्या नहीं?
उपरोक्त उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं, अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल दोनों भूमिकाओं में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। समय प्रबंधन न केवल आपको कुशल बनाता है बल्कि आपके जीवन को संतुलित और खुशहाल भी बनाता है।
वर्किंग वूमेन: नृपेंद्र अभिषेक