Jammu Kashmir: दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकियों ने मंगलवार को टेरिटोरियल आर्मी (TA) के दो जवानों को अगवा कर लिया था। इनमें से एक जवान का गोली से छलनी शव बुधवार को उत्रासू इलाके में बरामद हुआ। भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस समेत सुरक्षाबलों ने अगवा जवान को ढूंढने के लिए इलाके में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक वरिष्ठ पुलिस अफसर ने बताया कि जवान हिलाल अहमद भट अचानक 8 अक्टूबर को लापता हो गए थे, उनका शव अनंतनाग के संगलान जंगल में मिला है। सुरक्षा बलों ने जवान को ढूंढने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया था और शव मिलने के बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां तमाम कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं।
आर्मी के चिनार कॉर्प्स ने जारी किया बयान
श्रीनगर स्थित भारतीय सेना के चिनार कॉर्प्स ने कहा- “खुफिया जानकारी के आधार पर 8 अक्टूबर 2024 को भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य एजेंसियों द्वारा काजवान जंगल, कोकेरनाग में एंटी टेरर ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू किया गया। ऑपरेशन रातभर चला क्योंकि टेरिटोरियल आर्मी का एक जवान लापता था। मंगलवार को अनंतनाग के कोकेरनाग इलाके से दो जवानों को किडनैप करने की खबरें आई थीं, हालांकि उनमें से एक भागने में कामयाब रहा।''
8 साल में 5 से ज्यादा जवानों की किडनैपिंग और हत्या
- बता दें कि अगस्त 2023 में भी सेना का एक जवान 'वानी' छुट्टी पर कश्मीर के कुलगाम जिले से लापता हुआ था, जिसे बाद में पुलिस ने ढूंढ निकाला। वह अपने घर कुलगाम के अस्थल इलाके में खाना लेने गए थे। क्योंकि उन्हें अगले दिन वापस अपनी ड्यूटी पर लद्दाख लौटना था। उनका वाहन थोड़ी दूरी पर खून के निशान के साथ मिला था।
- इससे पहले 2019 में काज़ीपोरा, बडगाम में भी एक जवान यासीन भट अपहरण की कोशिश में बाल-बाल बच निकले थे, जब आतंकवादी उनके घर में घुस आए थे।
- पिछले 8 साल में कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में 5 से अधिक जवानों का अपहरण और हत्या की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें से ज्यादातर घटनाएं शोपियां और कुलगाम में हुई हैं। 2022 में बडगाम से भी एक मामला सामने आया था।