Calcutta High Court on Sandeshkhali Issue: पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना के हिंसा प्रभावित संदेशखाली मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने मंगलवार को ममता बनर्जी सरकार को कड़ी फटकार लगाई। हाईकोर्ट ने कहा कि इस समस्या की जड़ में शामिल एक व्यक्ति अभी तक पकड़ा नहीं गया है। वह फरार है। सरकार उनका समर्थन नहीं कर सकती है। यदि हजारों लोगों ने उस पर झूठे आरोप लगाए हैं और एक भी आरोप में सत्यता है तो उसकी जांच करनी चाहिए। आप बेवजह लोगों को परेशान नहीं कर सकते हैं।
अदालत ने कहा- उसे यहां आत्मसमर्पण करना होगा
बंगाल सरकार भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के संदेशखाली जाने की अनुमति के विरोध में हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच गई थी। मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणम ने कहा कि अदालत ने संदेशखाली की महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोपों पर गौर किया है। हमने शिकायतें देखी हैं। क्षेत्र की महिलाओं ने मुद्दे उठाए हैं। कुछ जमीन पर कब्जा किया गया है। यह व्यक्ति (शेख शाहजहां) भाग नहीं सकता। सरकार उसका समर्थन नहीं कर सकती। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि उसे यहां आत्मसमर्पण करना होगा। वह कानून की अवहेलना नहीं कर सकता।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अगर एक व्यक्ति पूरी आबादी को फिरौती के लिए बंधक बना सकता है, तो सत्तारूढ़ सरकार को उसका समर्थन नहीं करना चाहिए। वह सिर्फ जनता का प्रतिनिधि है। वह जनता का भला करने के लिए बाध्य है। प्रथम दृष्टया पता चलता है कि शाहजहां ने जनता को नुकसान पहुंचाया है। कथित अपराध करने के बाद वह भाग रहा है।
लोगों को घरों में कैद नहीं रख सकते
शाहजहां के फरार रहने पर धारा 144 लागू करने के फैसले पर सवाल उठाते हुए अदालत ने राज्य सरकार के वकील से कहा कि आप सिर्फ तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर रहे हैं। आप स्थानीय लोगों को अनावश्यक रूप से परेशान कर रहे हैं। जैसे कि कोविड में, लोग अवसाद में जा रहे थे क्योंकि वे घरों में कैद थे। लोगों को बोलने दें। सिर्फ इसलिए कि लोग कुछ कहते हैं, आरोपी दोषी नहीं बन जाएगा। यदि आप उन्हें बंद कर देंगे, तो यह ठीक नहीं है।
राज्य सरकार ने कानून एवं व्यवस्था की स्थिति का हवाला देते हुए क्षेत्र में धारा 144 को रोकने के अदालत के आदेश को चुनौती दी थी। राज्य के वकील ने कहा कि वह स्थानीय लोगों या संवैधानिक पदाधिकारियों के इलाके में घूमने के विरोध में नहीं है, लेकिन उन्हें डर है कि राजनीतिक नेताओं के दौरे से परेशानी पैदा हो सकती है।
अब तक 17 लोग गिरफ्तार
शाहजहां शेख उस वक्त चर्चा में आया था, जब उसके समर्थकों ने छापेमारी करने पहुंची ईडी की टीम पर हमला कर दिया था। इसके बाद उस पर संदेशखाली की महिलाओं ने यौन उत्पीड़न, जमीन हड़पने और जबरन वसूली के आरोप लगाए। पुलिस ने उत्तम सरकार और शिबू हाजरा समेत कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन शाहजहां फरार है।