Congress Headquarter Indira Bhawan: कांग्रेस पार्टी ने बुधवार(15 जनवरी) को दिल्ली में अपने नए और आलीशन हेडक्वार्टर 'इंदिरा भवन' का शुभारंभ किया। सोनिया गांधी ने 9A, कोटला रोड पर बने इस दफ्तर का उद्घाटन किया। कांग्रेस का यह नया दफ्तर 80,000 वर्गफीट में फैला है। इसे 252 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है।कांग्रेस का यह नया मुख्यालय आधुनिक सुविधाओं से लैस है। आइए, जानते हैं क्या है इस नए दफ्तर को बनाने की वजह और क्या इसकी खासियत।
अब बदल गया है कांग्रेस हेडक्वार्टर का पता
कांग्रेस ने अपने नए हेडक्वार्टर में कांग्रेस के इतिहास की झलकियां पेश करने वाली तस्वीरें लगाई गई हैं। उद्घाटन समारोह में मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी समेत पार्टी के 400 से अधिक नेता मौजूद रहे। अब पार्टी का नया पता 24, अकबर रोड की जगह 9A कोटला रोड हो गया है।
हेडक्वार्टर में लगाई गई है दिग्गज नेताओं की तस्वीरें
इंदिरा भवन में कांग्रेस के इतिहास को दिखाया गया है। यहां पार्टी के उन नेताओं की तस्वीरें भी लगाई गई हैं, जिनके गांधी परिवार से मतभेद रहे या जिन्होंने पार्टी छोड़ी। इनमें नरसिम्हा राव, सीताराम केसरी, प्रणब मुखर्जी और गुलाम नबी आजाद जैसे नेताओं का नाम शामिल हैं। प्रियंका गांधी ने इस भवन के डिजाइन और तस्वीरों को चुनने में अहम भूमिका निभाई है। दफ्तर का का फ्रंट एंट्रेंस दीनदयाल उपाध्याय मार्ग की बजाय कोटला रोड की ओर किया गया है।
पार्टी की मेहनत और बलिदान का नतीजा: राहुल गांधी
उद्घाटन के मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि यह दफ्तर केवल एक इमारत नहीं है। यह पार्टी के संघर्ष, मेहनत और बलिदान का नतीजा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को इस नए हेडक्वार्टर के लिए बधाई दी। राहुल गांधी ने कहा कि यह नया दफ्तर पार्टी के लिए एनर्जी का नया सेंटर होगा। इस बिल्डिंग में प्रेस कॉन्फ्रेंस रूम, साउंडप्रूफ चैंबर, और हाईटेक ऑडिटोरियम जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। ग्राउंड फ्लोर पर रिसेप्शन के साथ मीडिया और किसान विभाग के ऑफिस बनाए गए हैं।
खड़गे और सोनिया का दफ्तर खास डिजाइन में बना है
इंदिरा भवन की पांचवीं मंजिल पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी का ऑफिस बनाया गया है। दोनों नेताओं के ऑफिस को खास तौर पर डिजाइन किया गया है। इसी मंजिल पर राहुल गांधी का भी ऑफिस है। बिल्डिंग के बीचों-बीच खड़गे का ऑफिस है। यहां पार्टी के अलग-अलग विभागों को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए सभी व्यवस्थाएं जुटाने की कोशिश की गई है।
पुराना मुख्यालय फिलहाल नहीं छोड़ेगी पार्टी
कांग्रेस ने साफ किया है कि 24, अकबर रोड स्थित पुराना मुख्यालय पूरी तरह बंद नहीं होगा। यह स्थान नेताओं की बैठकों और अन्य गतिविधियों के लिए सक्रिय रहेगा। भाजपा ने भी अपने पुराने मुख्यालय को पूरी तरह नहीं छोड़ा था। कांग्रेस के लिए 24, अकबर रोड लकी साबित हुआ था, जहां से पार्टी ने कई चुनावी जीत हासिल कीं। यही वजह है कि पार्टी ने कहा है कि वह पुराने दफ्तर को नहीं छोड़ेगी।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हुआ बदलाव
सुप्रीम कोर्ट ने भीड़-भाड़ कम करने के लिए सभी राजनीतिक दलों को अपने मुख्यालय बदलने का निर्देश दिया था। भाजपा ने 2018 में दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर अपना नया कार्यालय बनाया। अब कांग्रेस ने भी भाजपा के पड़ोस में ही अपना नया ठिकाना चुना है। कांग्रेस ने अपने इस हेडक्वार्टर के जरिए पार्टी के 138 साल के इतिहास की विरासत को भी सहेजने की कोशिश की है।