Cyclone Fengal Updates: चक्रवात फेंगल रविवार रात करीब 2 बजे तमिलनाडु के कराईकल और महाबलीपुरम के बीच तट से टकराया, 3 लोगों की मौत हुई है। इसके असर से कई दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश हो रही है। निचले इलाकों में पानी भरने के बाद सेना और एनडीआरएफ की टीमें लोगों को बचाने में जुटी हैं। फेंगल तूफान तमिलनाडु तट को पार कर चुका है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि लैंडफॉल के बाद साइक्लोन फेंगल वेस्ट-साउथ की ओर बढ़ेगा और अगले 6 घंटों के भीतर धीरे-धीरे कमजोर होकर एक लो प्रेशर में बदल जाएगा।
साइक्लोन फेंगल से जुड़ी मुख्य घटनाएं और स्थिति...
1) हवाई सेवाओं पर असर
चेन्नई हवाई अड्डे ने रविवार सुबह 4 बजे उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया। हालांकि, यात्रियों को उड़ानों के विलंब और रद्द होने की परेशानी का सामना करना पड़ा। हैदराबाद और तिरुपति से कई उड़ानें या तो रद्द कर दी गईं या दूसरी जगहों पर डायवर्ट की गईं। इंडिगो एयरलाइंस के एक विमान ने भारी बारिश के दौरान लैंडिंग में संघर्ष किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
2) राहत और बचाव कार्य
- सेना और NDRF ने सुबह 6:15 बजे से राहत कार्य शुरू कर दिया। पुडुचेरी और तमिलनाडु के बाढ़ प्रभावित इलाकों से 100 से अधिक लोगों को बचाया गया। प्रभावित इलाकों में आपदा प्रबंधन के लिए हेल्पलाइन नंबर 112 और 1077 जारी किए गए हैं। वॉट्सऐप के जरिए सहायता के लिए 9488981070 पर संपर्क किया जा सकता है।
- नागपट्टिनम और तिरुवरुर जिलों में 471 लोगों को राहत शिविरों में शरण दी गई। चेन्नई, कांचीपुरम, कराईकल और महाबलीपुरम जैसे इलाकों में बाढ़ जैसे हालात है। भारतीय नौसेना ने आपदा प्रबंधन के तहत तटवर्ती इलाकों में राहत सामग्री और चिकित्सा सहायता पहुंचाई।
3) तूफान का असर, भारी बारिश और हवाएं
IMD ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, दक्षिण आंध्र प्रदेश, केरल और कर्नाटक के आंतरिक हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। रविवार को पुडुचेरी और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में 50-70 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलीं। अगले 48 घंटों में कई इलाकों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है।
4) तमिलनाडु में स्कूल-कॉलेज बंद
तमिलनाडु के कांचीपुरम सहित कई जिलों और पुडुचेरी में सभी स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। प्रशासन ने लोगों को अनावश्यक यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। पुडुचेरी मत्स्य विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है। नावों और उपकरणों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का निर्देश दिया गया।
5) IMD का पूर्वानुमान और अलर्ट
आईएमडी में साइक्लोन डिवीजन के प्रमुख आनंद दास ने कहा कि चक्रवात फेंगल तटीय तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के जिलों में सबसे ज्यादा असर डालेगा। चक्रवात के कारण तेज़ हवाओं और भारी बारिश के साथ जलभराव की स्थिति पैदा हो सकती है। रविवार को दोपहर 1-2 बजे के बीच कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।
साइक्लोन के वक्त क्या करें, क्या न करें?
- क्या करें: अपने घर की छत, खिड़कियों और दरवाजों की मरम्मत कर लें। घर के आसपास की सूखी टहनियों और कमजोर पेड़ों को हटा दें। बैटरी-ऑपरेटेड टॉर्च और रेडियो तैयार रखें। सूखा और टिकाऊ खाद्य पदार्थ हमेशा हाथ में रखें। चक्रवात के दौरान घर के अंदर रहें और सुरक्षित जगह पर शरण लें।
- क्या न करें: खुले इलाकों में बिजली के खंभों या तारों के पास न जाएं। तेज़ बारिश और हवा के दौरान वाहन चलाने से बचें। चक्रवात के दौरान समुद्र के पास जाने से बचें। अफवाहों पर ध्यान न दें और आधिकारिक सूचनाओं का पालन करें।
सरकार की तैयारी और अलर्ट
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शनिवार को आपात बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की। राहत और बचाव कार्यों के लिए विशेष टीमों को तैनात किया गया है। इस बीच, आपदा प्रबंधन विभाग ने प्रभावित इलाकों में राहत शिविरों और प्राथमिक चिकित्सा सेवाओं को सक्रिय कर दिया है। चक्रवात फेंगल के प्रभाव से तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के लोग अलर्ट पर हैं। प्रशासन ने जनता से सतर्क रहने और सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील की है।