Himanta Biswa Sarma:असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने ऊपर लग रहे मुस्लिम विरोधी होने के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि वे हमेशा मुसलमानों के हित में बात करते हैं। बता दें कि विपक्ष लगातार आरोप लगाता रहा है कि सरमा मुसलमानों को डराते हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में  सरमा ने कहा कि मैं हमे मु्रस्लिम समुदाय की भलाई के लिए ही सुझाव देता हूं। असम के सीएम ने कहा कि मेरे सुझावों का मकसद  मुस्लिमों की शिक्षा और स्वास्थ्य को सुधारना है।

मैं मुस्लिम समुदाय को बेहतर शिक्षा देने के लिए काम कर रहा
सरमा ने कहा कि मैंने हमेशा मुसलमानों के हित में बात की है। उन्होंने कहा कि मैं मुस्लिम समुदाय को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए काम कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि असम में तीन सौ मुस्लिम बच्चे डॉक्टर की पढ़ाई कर रहे हैं और यह उनकी सलाह के कारण ही संभव हो पाया है। उनके अनुसार, बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देना और छोटी उम्र में शादी से बचना सही सलाह है।

मुस्लिम समाज को सही दिशा देने के लिए कई सुझाव दिए हैं
सरमा ने कहा कि उन्होंने मुस्लिम समाज को सही दिशा देने के लिए कई सुझाव दिए हैं, जैसे कि छोटी उम्र में शादी न कराना और बच्चों की शिक्षा पर जोर देना। उन्होंने कहा कि संविधान हमें यह अधिकार देता है कि हम कम उम्र में शादी को रोकें। सरमा ने कहा कि मैं अपनी ड्यूटी निभा रहा हूं और मुझे नहीं लगता कि इससे किसी को डरना चाहिए। मैं बस चाहता हूं हैं कि लोग कानून का पालन करें और अपने जीवन को बेहतर बनाएं।

मेरी सलाह मुस्लिम समुदाय के भले के लिए है
सोशल मीडिया पर अपने इंटरव्यू के वीडियो क्लिप को शेयर करते हुए, सरमा ने लिखा कि मैं हमेशा मुसलमानों के हित में बात करता हूं। उन्होंने लिखा कि मैं मुस्लिम समुदाय के बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाना चाहता हूं। मेरी कोशिश है कि उनकी कम उम्र में शादी न हो, ताकि महिलाओं का स्वास्थ्य ठीक रहे। उनके अनुसार, यह सलाह मुस्लिम समुदाय के भले के लिए है और वे अपने इस दृष्टिकोण को लेकर दृढ़ हैं।

तेजस्वी यादव के 'टन-टनाटन' वाले बयान पर भी पलटवार किया
इससे पहले, पटना में एक रैली के दौरान, सरमा ने राजद नेता तेजस्वी यादव के 'टन-टनाटन' वाले बयान पर भी पलटवार किया था। उन्होंने कहा था कि तेजस्वी यादव के पास गाने के अलावा कोई और काम नहीं है। सरमा ने कहा कि मेरे सभी काम और सुझाव मुस्लिम समुदाय की भलाई के लिए हैं। मैं मुस्लिम समुदाय इस पर किसी भी प्रकार की आलोचना को गलत मानते हैं। उनका मानना है कि उनकी सरकार मुस्लिम समुदाय की शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार के लिए लगातार काम कर रही है।