India Famous Forts: भारतीय इतिहास में प्रचीन राजवंशों और उनके आकर्षक किलों को खास महत्व है। देश के अलग अलग हिस्सों में स्थित यह किले भारत की प्राचीन संस्कृति और समृद्ध विरासत के प्रतीक हैं। आज हम कुछ ऐसे ही किलों के महत्व से रूबरू कराएंगे, जो न सिर्फ पर्यटन का प्रमुख केंद्र हैं, बल्कि अपनी समृद्ध विरासत को समेटे हुए हैं। पढ़ें वीरेंद्र कुशवाह की रिपोर्ट...।
ग्वालियर का किला, मध्य प्रदेश Gwalior Fort
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित यह किला पर्यटन का प्रमुख केंद्र है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित इस किले की स्थापना 8वीं शताब्दी में हुआ। ग्वालियर के गोपांचल नामक छोटी पहाड़ी पर स्थित है। लाल बलुए पत्थर से निर्मित इस किले की नींव सूरसेन ने रखी थी। बाद में कई शासकों ने इस पर आक्रमण और कब्जा किया। किले के वर्तमान आकार को देने में तोमर राजवंश का अहम योगदान है। 1398 में इस दुर्ग पर कब्जा कर राजा मानसिंह तोमर ने इसे सांस्कृतिक-संगीत के साथ धार्मिक केंद्र बनाया। मान्यता है कि दुनिया को शून्य अंक इसी किले से मिला है। मान मंदिर, तेली की लाट, जौहर ताल जैसे अनेक स्थल हैं, जो किले की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं।
लाल किला, दिल्ली Red Fort
दिल्ली का लाल किला निशान देश सबसे अनूठा स्मारक है। 17वीं शताब्दी में इसे बलुआ पत्थर से बनाया गया था। इसलिए लाल किले के रूप में प्रसिद्ध है। लाल किला काफी विस्तृत भू भाग में फैला है। इसमें दीवाने खास, आम नहरे विशिष्ट, मोती मस्जिद जैसी आकर्षक इमारते हैं। लाल किले में भारतीय और फारसी वस्तुकला का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है। दिल्ली के मध्य में स्थित यह जगह भी बेहद खूबसूरत है।
आगरा का किला, उत्तर प्रदेश Agra Fort
आगरा का ऐतिहासिक किला 1575 ईसवी में बना था। 1668 तक यह मुगल राजाओं का शाही निवास रहा। बताया जाता है कि देश का यह एक मात्र किला है, जहां सभी मुगल सम्राट इतने समय तक रहे। 94 एकड़ में फैली इस संरचना को इब्राहिम लोदी की विरासत के तौर पर देखा जाता है। पानीपत की लड़ाई के बाद बाबर ने इस पर कब्जा कर लिया। किले की वस्तु कला इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाती है। यह भारत का महत्वपूर्ण किला है, जो मुगल सम्राट बाबर, हुमायुं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगज़ेब का निवास स्थान रहा।
गोलकुंडा किला, हैदराबाद Golconda Fort
हैदराबाद में स्थित गोलकुंड किला आकर्षण का केंद्र है। 12वीं शताब्दी में बना यह किला अपनी आकर्षक वास्तु कला व बनावट के लिए चर्चित है। 16वीं शताब्दी में कुटक संसद ने किले का पुर्ननिर्माण कराया। मान्यता है कि गोलकुंडा किला उत्तम हीरे का उत्पादक था। इसमें एक विशाल तिजोरी थी, जिसमें कोहनूर और अन्य हीरों का भंडार था। प्रवेश द्वार में हल्की आवाज करने पर पूरा किला गूंजात है।
मेहरानगढ़ किला, जोधपुर Mehrangarh Fort
राजस्थान के जोधपुर स्थित मेहरानगढ़ का किला 1200 एकड़ विशाल क्षेत्र में फैला है। 410 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह किला पर्यटकों की पहली पसंद है। लोग इसे जोधपुर की शान बताते हैं। 565 साल पुराने इस किले का समृद्धशाली इतिहास है। कहते हैं इस किले को कभी कोई नहीं जीत पाया। मान्यता है कि मेहरगढ़ किले का निर्माण 1459 में राव जोधा ने करवाया था। यहां पहुंचने के लिए पर्यटकों को शहर के घुमावदार रास्तों से होकर गुजरना होता है। किले में 7 दरवाजे हैं, मारवाड़ राजाओं ने जिन्हें जीत की खुशी में बनाया था।
लोहागढ़ किला, पुणे Lohagarh Fort
लोहागढ़ महाराष्ट्र के प्रमुख हिल स्टेशन पर स्थित आकर्षक किला है। पुणे से 52 किमी (32 मील) उत्तर-पश्चिम में यह किला समुद्र तल से 1,033 मीटर (3,389 फीट) उंचाई पर स्थित है। पहाड़ी के दक्षिण क्षेत्र में स्थित लोहागढ़ किला पैदल यात्रियों ट्रैकर्स की खास पसंद है। मानसून सीजन में यहां का खूबसूरत नजारा देखने बड़ी संख्या में लोग आते हैं। पहाड़ी के करीब इंद्रायणी नदी, पवना झील विसापुर किला है। जो लोहागढ़ किले की लोकप्रियता को और बढ़ा देते हैं।
आमेर का किला, जयपुर Amber Fort
राजस्थान के आमेर स्थित यह किला 4 किमी यानी 1.5 वर्ग मील में फैला है। जयपुर में पहाड़ी पर हरियाली के बीच स्थित यह किला पर्यटक के लिए आकर्षिण का प्रमुख केंद्र है। यहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। ऊंची पहाड़ी पर स्थित इस किले से शहर का आकर्षक नजारा दिखता है। आमेर का यह किला काफी फेमस है। किले के पास तालाब है, जो महलों की जलआपूर्ति का मुख्य स्रोत है। यह क्षेत्र पहले ढूंढाड़ नाम से चर्चित था।