Jagan Mohan Reddy Property Dispute:आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी और उनकी बहन वाईएस शर्मिला के बीच संपत्ति विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है। दोनों के बीच शेयरों और जमीन को लेकर जारी खींचतान के बीच जगन की मां विजयम्मा ने अपनी बेटी शर्मिला के समर्थन में एक ओपन लेटर लिखा है। विजयम्मा का कहना है कि उनके सभी बच्चे उनके लिए समान हैं, लेकिन इस मामले में उनकी बेटी के साथ नाइंसाफी हो रही है।
भाई-बहन के बीच जमीन और शेयरों पर विवाद
जगन मोहन रेड्डी और शर्मिला के बीच 20 एकड़ जमीन और कंपनियों के शेयरों को लेकर विवाद है। बेंगलुरु के पास स्थित इस जमीन और अन्य संपत्तियों की कीमत करोड़ों में मानी जा रही है। जगन ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में एक याचिका दाखिल की है जिसमें उन्होंने शिकायत की है कि उनकी बहन शर्मिला और मां विजयम्मा ने सरस्वती पावर एंड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के शेयरों को अवैध रूप से ट्रांसफर कर दिया।
जगन का बयान- 'सभी भाई ऐसे ही करते हैं
इस मामले में जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP ने जवाब देते हुए कहा कि जगन ने अपने भाई-बहन के साथ व्यवहार में हमेशा उदारता रखी है। पार्टी के अनुसार, जगन ने कभी अपनी संपत्तियां वापस नहीं मांगी हैं और सभी शेयर उन्हें अपनी जिम्मेदारी समझकर दिए हैं। 2019 में जगन और शर्मिला के बीच एक एमओयू साइन हुआ था, जिसमें जगन ने अपने हिस्से में से शर्मिला को 40% हिस्सा देने की बात की थी। समझौते के मुताबिक, जगन को 60% और शर्मिला को 40% मिलना था, हालांकि पहले दोनों बराबर के हकदार थे।
शर्मिला बाेलीं- 'संपत्तियां गिफ्ट नहीं बल्कि हक हैं'
शर्मिला का कहना है कि 200 करोड़ रुपए उनके लिए गिफ्ट नहीं हैं बल्कि उनका अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके और उनके बच्चों के पास कंपनियों में बराबर का हक है। यह संपत्तियां मुझे परिवार में हुए पहले के समझौते के तहत मिली हैं। ऐसे में जगन मोहन की ओर से इस संपत्ति को देने से इनकार करना बिल्कुल् गलत है।
विजयम्मा ने की बेटी के पक्ष में बात
विजयम्मा ने अपने ओपन लेटर में लिखा कि उनके सभी बच्चे समान हैं, लेकिन इस मामले में बेटी के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने जगन को याद दिलाया कि उनके राजनीतिक करियर में उनकी बहन शर्मिला का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। विजयम्मा के इस ओपन लेटर के बाद आंध्र प्रदेश के राजनीतिक गलियारो में इस विवाद को लेकर बहस शुरू हो गई
रक्षाबंधन पर बहन से बढ़ी थी नजदीकियां
2019 में रक्षाबंधन के दौरान शर्मिला और जगन के बीच रिश्तों में मधुरता आई थी। शर्मिला ने अपने भाई को राखी बांधकर अपने प्यार का इजहार किया था। लेकिन बाद में 2021 में राजनीतिक मतभेदों के कारण वे जगन से अलग हो गईं और अपनी पार्टी बनाई। हाल ही में वाईएस शर्मिला ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर राजनीति में एक नई शुरुआत की है। अब उन्हें आंध्र प्रदेश कांग्रेस का प्रमुख भी नियुक्त किया गया है, जिससे उनके और जगन के बीच राजनीतिक मतभेद और बढ़ सकते हैं।