Jammu Kashmir Poonch Three Civilians killing Case: जम्मू-कश्मीर के पुंछ-राजौरी में आतंकवाद विरोधी अभियान का सोमवार को छठा दिन है। सेना प्रमुख जनलरल मनोज पांडे जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। वे जम्मू पहुंच गए हैं। इस बीच खबर है कि पुंछ में तीन सिविलियंस की मौत मामले में ब्रिगेडियर लेवल के अफसर को ड्यूटी से हटा दिया गया है। उन्हें पुंछ से बाहर भेजा गया है। भारतीय सेना ने मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। इस संबंध में पुंछ के सुरनकोट पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर भी दर्ज है। 

पुंछ हमले के बाद मृत मिले थे तीन लोग
पुंछ जिले में गुरुवार (21 दिसंबर) को धत्यार के पास एक अंधे मोड़ पर सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर आतंकियों ने हमला किया था। जिसमें चार सैनिकों की मौत हो गई थी। जबकि दो सैनिक घायल हुए थे। इसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। खासकर डेरा की गली और बफलियाज के जंगलों में सघन तलाशी शुरू की गई। शनिवार को पुंछ के बफलियाज इलाके में तीन नागरिकों की रहस्मय परिस्थितियों में लाश मिली। 

मृतकों के परिवारों का आरोप है कि सुरक्षाबलों ने पूछताछ के लिए 8 लोगों को उठाया। बाद में तीन मृत मिले। इसके बाद से इलाके में तनाव है। पुंछ और राजौरी में इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई। 

इनकी हुई थी मौत
48 साल के सफीर अहमद और उनके रिश्तेदार 28 साल के मोहम्मद शौकत और 25 साल के शबीर अहमद की मौत हुई थी। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मृतकों के परिवारों के लिए नौकरी और मुआवजे का ऐलान किया है। हालांकि इन मौतों की वजह की जानकारी सामने नहीं आई।  

पीडीपी का दावा- महबूबा हाउस अरेस्ट
जम्मू-कश्मीर की पीडीपी ने सोमवार को दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया गया है। पीडीपी ने एक्स पर लिखा कि महबूबा पुंछ में मारे गए नागरिकों के परिवार से मिलने जाने वाली थीं। लेकिन इससे पहले उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया गया। हम इसकी निंदा करते हैं।