Jaya Bachchan Vs Jagdeep Dhankhar: संसद के मानसून सत्र के 15वें दिन शुक्रवार (9 अगस्त 2024) को राज्यसभा में चेयरमैन जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhad) और समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन (Jaya Bachchan) के बीच गरमा-गरम बहस हुई। दरअसल, धनखड़ ने जया को "जया अमिताभ बच्चन" कहकर संबोधित किया। इसी बात पर जया बच्चन भड़क गईं। जया ने कहा -'मैं एक कलाकार हूं और आपकी बोलने की टोन सही नहीं है। इस पर धनखड़ ने नाराजगी जाहिर की। जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह मंजूर नहीं है। चाहे आप सेलिब्रिटी हों या कोई और, सदन के अंदर आपको मर्यादा बनाए रखनी होगी।
विपक्षी सांसदों ने लगाए 'दादागिरी नहीं चलेगी' के नारे
राज्यसभा के चेयरमैन धनखड़ ने जया के बयान के बाद बेहद तल्ख लहजे में कहा, 'आप अपनी सीट पर बैठिए। एक कलाकार को डायरेक्टर कंट्रोल करता है। मुझे हर रोज अपने शब्दों को नहीं दोहराना। ना ही रोज स्कूल की शिक्षा देनी है।" जगदीप धनखड़ के इतना कहते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया। विपक्षी सांसदों ने 'दादागिरी नहीं चलेगी' के नारे लगाने शुरू कर दिए। इसके कुछ देर बात सभी विपक्षी सांसद सदन से वॉकआउट कर गए।
पहले भी नाम को लेकर भिड़ चुके हैं जया और धनखड़
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब जया बच्चन के नाम को लेकर विवाद हुआ हो। इससे पहले 29 जुलाई को भी राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश ने जया को 'मिसेज जया अमिताभ बच्चन जी' कहकर संबोधित किया था। इस पर जया ने गुस्से में कहा था, "आपको केवल जया बच्चन कहने से काम चल जाता।" इस पर हरिवंश ने कहा कि यहां पूरा नाम लिखा था, इसलिए मैंने दोहराया। इस पर जया बच्चन ने नाराजगी जाहिर की थी।
5 अगस्त को भी जया ने नाम को लेकर जताई थी आपत्ति
इससे पहले 5 अगस्त को भी जया बच्चन के नाम को लेकर विवाद हुआ। राज्यसभा चेयरमैन धनखड़ ने जया को "मिसेज जया अमिताभ बच्चन" कहकर बुलाया। इस पर जया ने कहा, "मैं अपनी शादी और अपने पति की उपलब्धियों पर गर्व करती हूं।" चेयरमैन ने इसका जवाब देते हुए कहा कि अगर किसी को आपत्ति है तो वह नाम बदल सकता है। जया ने भी अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि वह अपने नाम और पति पर गर्व करती हैं। जया और धनखड़ के बीच हुए इस विवाद के बाद सदन में हंगामा मच गया। विपक्षी दलों के सांसदों ने 'दादागिरी नहीं चलेगी' के नारे लगाते हुए सदन से वॉकआउट किया।
लोकसभा में पेश किया गया बैंकिंग काननू संशोधन विधेयक
उधर, विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच, लोकसभा में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक 2024 पेश किया। यह विधेयक वित्त मंत्री द्वारा 2024-25 के बजट भाषण में की गई घोषणा का हिस्सा है। इसके साथ ही, रेलवे अधिनियम में संशोधन के लिए एक और विधेयक भी पेश किया गया। इस विधेयक के तहत कई महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं, जो बैंकों और उनके संचालन को प्रभावित करेंगे। संसद में शुक्रवार को समुद्री मार्ग से माल ढुलाई के नियमों में बदलाव के लिए बिल ऑफ लेडिंग संशोधन विधेयक 2024 पेश किया गया।