Maldives Tourism: भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों के बाद रिश्तों में खटास के बीच मालदीव के मंत्री ने भारतीयों से "उनके पर्यटन का हिस्सा बनने" का अपील की है, क्योंकि उनकी अर्थव्यवस्था इसी पर निर्भर करती है। दोनों देशों के साझा इतिहास पर जोर देते हुए सोमवार को पर्यटन मंत्री इब्राहिम फैसल ने कहा कि हमारी नवनिर्वाचित सरकार भारत के साथ मिलकर काम करना चाहती है।
मालदीव के टूरिज्म मिनिस्टर ने क्या कहा?
मालदीव के मंत्री ने कहा, ''हमारा एक इतिहास है। हमारी सरकार भी (भारत के साथ) मिलकर काम करना चाहती है। हम शांति और मैत्रीपूर्ण रिश्तों को बढ़ावा देते हैं। हमारे लोग और सरकार आने वाले भारतीयों का गर्मजोशी से स्वागत करेंगे। पर्यटन मंत्री के रूप में मैं भारतीयों से कहना चाहता हूं कि कृपया मालदीव के पर्यटन का हिस्सा बनें। हमारी अर्थव्यवस्था पर्यटन पर निर्भर है।
जनवरी के बाद से पर्यटकों की संख्या 42% घटी
बता दें कि जनवरी के बाद से द्वीप राष्ट्र में आने वाले पर्यटकों की संख्या में 42 प्रतिशत की गिरावट आई है। जिसे भारत और मालदीव के बीच संबंधों में टकरावों के परिणाम के रूप में देखा जा रहा है। मालदीव के तीन मंत्रियों ने सोशल हैंडल्स पर लक्षद्वीप की तस्वीरें पोस्ट की थीं, जिसके बाद सैकड़ों भारतीय पर्यटकों ने मालदीव का बायकॉट कर दिया था। 4 मार्च को मालदीव के पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव पर्यटन की 'शीर्ष 10' की सूची में भारत का स्थान नीचे आया है।
मालदीव से लौट रहे हैं भारतीय सैनिक
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के चुनावी अभियान के दौरान इसकी घोषणा की गई थी। इसी दौरान भारत और मालदीव ने "इंडिया आउट" कैंपेन को आगे बढ़ाते हुए भारतीय सैनिकों के प्रतिस्थापन पर चर्चा करने के लिए एक द्विपक्षीय बैठक की। इसके बाद कहा गया कि विकास और रक्षा सहयोग सहित आपसी हित के कई मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि भारत सरकार 10 मई तक तीन विमानन प्लेटफार्मों में से अंतिम पर सैन्य कर्मियों और सभी साजो-सामान को बदल देगी।