Modi 3.0 Cabinet ex CM Portfolio: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में छह पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री बनाए गए हैं। सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को अहम विभाग सौंपे गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्रियों को यह विभाग उनके अनुभव और काबिलियत को ध्यान में रखते हुए आवंटित किए गए हैं। बता दें कि मोदी कैबिनेट में शामिल किए गए 6 पूर्व मुख्यमंत्रियों में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर, बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, यूपी के पूर्व सीएम राजनाथ सिंह, असम के पूर्व सीएम सर्बानंद सोनोवाल और कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी शामिल हैं। 

1. शिवराज सिंह चौहान (मध्य प्रदेश)
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को केंद्रीय कृषि मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। कृषि क्षेत्र में चौहान के अनुभव और उनकी राज्य की जनता के साथ निकटता को देखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि वह राष्ट्रीय स्तर पर कृषि विकास और किसानों की बेहतरी के लिए काम करेंगे। उनके कृषि मंत्रालय संभालने से कृषि क्षेत्र में नई नीतियों और सुधारों की उम्मीद की जा रही है।

2. मनोहर लाल खट्टर (हरियाणा)
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को बिजली और शहरी मामलों के मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है। हरियाणा में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई शहरी विकास परियोजनाओं और बिजली आपूर्ति में सुधार के कार्य किए थे। केंद्रीय स्तर पर, उनकी विशेषज्ञता से ऊर्जा क्षेत्र में सुधार और शहरी विकास को नई गति मिलने की संभावना है।

3. जीतन राम मांझी (बिहार)
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। मांझी का अनुभव और उनकी गरीबों और पिछड़े वर्गों के लिए किए गए कामों को देखते हुए, यह मंत्रालय उनके लिए उपयुक्त है। वह एमएसएमई क्षेत्र में विकास और रोजगार सृजन के लिए नई योजनाओं को अमल में लाने की दिशा में काम करेंगे।

4. राजनाथ सिंह (उत्तर प्रदेश)
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को उनकी वर्तमान भूमिका में बनाए रखा गया है। उनकी रक्षा मामलों में गहरी समझ और अनुभव के कारण, यह निर्णय लिया गया है कि वह इस महत्वपूर्ण मंत्रालय का नेतृत्व जारी रखेंगे। राजनाथ सिंह के कार्यकाल में सेना के आधुनिकीकरण और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के प्रयासों को और मजबूती मिलेगी।

5. सर्बानंद सोनोवाल (असम)
असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। असम में अपने कार्यकाल के दौरान, सोनोवाल ने जलमार्ग और बंदरगाह विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। केंद्रीय स्तर पर, वह राष्ट्रीय जलमार्गों और बंदरगाहों के विकास के लिए रणनीतियों को लागू करेंगे, जिससे देश की लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन में सुधार होगा।

6. एचडी कुमारस्वामी (कर्नाटक)
जेडीएस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्रालय सौंपा गया है। कर्नाटक में अपने कार्यकाल के दौरान, कुमारस्वामी ने राज्य में उद्योगों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। केंद्रीय मंत्री के रूप में, वह भारी उद्योगों और इस्पात क्षेत्र में सुधार और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे।