Mallikarjun Kharge to attend Modi oath ceremony: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। पीएम मोदी आज शाम 7:15 बजे लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेंगे। बता दें कि इस बार भाजपा पूर्ण बहुमत से चूक गई है और एनडीए गठबंधन की सहायता से सरकार बना रही है। कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेंगे। यह निर्णय इंडिया ब्लॉक के कई नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। हालांकि, इंडिया ब्लॉक की सहयोगी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) इस समारोह में शामिल नहीं होगी।

शनिवार को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक
शनिवार को हुई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका स्वीकार करने का आग्रह किया गया। हालांकि, राहुल गांधी ने इस पर अपना निर्णय टाल दिया। बैठक में पार्टी नेता सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।सीडब्ल्यूसी का मानना है कि राहुल गांधी संसद के अंदर विपक्ष का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "राहुल गांधी ने कहा कि वह सीडब्ल्यूसी सदस्यों की भावनाओं का सम्मान करते हैं और उन्होंने कहा कि वह बहुत जल्द इस पर निर्णय लेंगे।"

कांग्रेस सभी राज्यों में गठित करेगी समिति
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे विभाजन और नफरत की राजनीति की "निर्णायक अस्वीकृति" हैं। उन्होंने कहा, "हमें उन राज्यों में तत्काल सुधारात्मक उपाय करने होंगे जहां हमारा प्रदर्शन उम्मीदों से कम रहा।" सीडब्ल्यूसी ने तीन घंटे तक चली गहन चर्चा के बाद पार्टी के चुनावी प्रदर्शन का मूल्यांकन करने और आगे की रूपरेखा तैयार करने के लिए सभी राज्यों में समर्पित समितियां स्थापित करने का संकल्प लिया है, जिनमें कांग्रेस के शासन वाले राज्य भी शामिल हैं।

इस बार एनडीए कैबिनेट में रहेंगे कई पुराने चेहरे
प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में जिन प्रमुख नेताओं के शामिल होने की संभावना है, उनमें नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह, प्रह्लाद जोशी, जयंत चौधरी और चिराग पासवान शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी के बाद गृह, रक्षा, वित्त और विदेश मंत्रालय भाजपा के पास ही रहेंगे।इस बार भाजपा को 240 सीटें मिली हैं और उसे बहुमत हासिल करने के लिए एनडीए के सहयोगियों की जरूरत पड़ी है। चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू को कैबिनेट में एक-एक मंत्री पद और एक-एक राज्य मंत्री पद मिलने की संभावना है।